JAMSHEDPUR: तड़ीपार आशीष भुरिया को गोली मारने में शामिल रहे अमर ठाकुर को पुलिस टीम ने गोपनीय सूचना पर एमजीएम थाना क्षेत्र से गिरफ्तार कर लिया है। उसके पास से बाइक और लोडेड देशी पिस्तौल समेत कारतूस भी बरामद किए गए हैं। वह मानगो बैंकुठनगर का रहने वाला है। मारपीट के मामले में वह पहले भी जेल जा चुका है। उसके पास से बरामद की गई बाइक चोरी की है। मामले में मुख्य शूटर रंजीत सिंह के साथ प्रदीप सिंह और मनोज लिकलिक अब तक पुलिस की गिरफ्त से दूर हैं।

बाइक चला रहा था अमर

बुधवार को पत्रकारों को जानकारी देते हुए एसएसपी अनूप बिरथरे ने बताया कि घटना के दिन गोलमुरी नामदा बस्ती निवासी रंजीत सिंह जब आशीष भुरिया गोली मार रहा था, उस समय रंजीत सिंह की बाइक अमर ठाकुर ही चला रहा था जबकि इनके सहयोगी मनोज लिकलिक और प्रदीप सिंह स्कूटी पर सवार थे। रंजीत सिंह के साथ आशीष भुरिया की पुरानी रंजिश थी। दोनों एक-दूसरे को मारने की फिराक में थे। रंजीत की हत्या के लिए आशीष भुरिया ने करीब एक महीना पहले उसके घर की रेकी भी की थी। इसकी जानकारी पर रंजीत सिंह ने आशीष भुरिया की हत्या की योजना अपने सहयोगी अमर ठाकुर, मनोज लिकलिक और प्रदीप के साथ मिलकर बनाई थी। घटना में पंकज सिंह की अब तक संलिप्तता नही पाई गई है।

रंजीत सिंह को थी जानकारी

रंजीत सिंह को जानकारी थी कि आशीष भुरिया 23 दिसंबर से शहर में है और वह डिमना लेक में शहर के बाहर से आने वाले सैलानियों से वाहनों की पार्किंग के एवज में रुपये की वसूली करने आता-जाता है। 25 दिसंबर को आशीष भुरिया लेक गया भी। वहां सहयोगियों के साथ ऑटो और बस चालकों से पार्किंग राशि प्रतिदिन का तय कर रहा था। इसी बीच इसकी सूचना रंजीत सिंह को मिल गई। वह सहयोगियों के साथ डिमना लेक की ओर पहुंचा। वहां से आशीष भुरिया की रेकी करते हुए आरवीएस एकेडमी तक आया। मौका मिलते ही रंजीत सिंह ने आशीष भुरिया पर फाय¨रग कर दी।

25 दिसंबर को मारी थी गोली

बताते चलें कि 25 दिसंबर को आशीष भुरिया को एमजीएम थाना क्षेत्र के आरवीएस स्कूल एकेडमी के सामने गोली मारी गई थी। इसमें वह गंभीर रुप से जख्मी हो गया था। वह टीएमएच में इलाजरत है। उसके पिता की शिकायत पर अज्ञात अपराधियों के खिलाफ जान से मारने की नीयत से फाय¨रग किए जाने का मामला एमजीएम थाने में दर्ज किया गया था।