- भौतिक सत्यापन के बिना रिश्वत लेकर त्रिकोणीय सेंटर बनाने का आरोप

-शिकायत पर पीएमओ ने कुलसचिव को दिए मामले की जांच के आदेश

आगरा. डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय की परीक्षा में सेंटर बनाने में अनियमितताएं बरतने की शिकायत प्रधानमंत्री कार्यालय तक पहुंच गई है. शिकायतकर्ता ने कुलपति पर रिश्वत लेकर बिना भौतिक सत्यापन के परीक्षा केन्द्र बनाने का आरोप लगाया गया है. पीएमओ द्वारा शिकायत को संज्ञान में लिया गया है. यहां से विवि कुलसचिव को मामले की जांच करने के आदेश दिए गए हैं.

क्या है पूरा मामला

विश्वविद्यालय के एग्जाम कॉलेजों को परीक्षा केन्द्र बनाने में लापरवाही बरती गई है. शिकायतकर्ता का आरोप है कि पांच-पांच लाख रुपये लेकर एग्जाम में परीक्षा केन्द्र बनाए गए हैं. एटा, मैनपुरी, मथुरा और आगरा समेत अन्य कई जिलों में रिश्वत लेकर त्रिकोणीय सेंटर बनाए गए हैं. श्री रामचरन सिंह डिग्री कॉलेज शमसाबाद, आगरा, श्री दाऊ जी महाराज डिग्री कॉलेज, बरौली अहीर शमसाबाद, शेरवुड महाविद्यालय दिगनेर रोड, शमसाबाद को परीक्षा केंद्र बनाया गया है. आरोप है कि शेरवुड महाविद्यालय दिगनेर रोड, शमसाबाद का सेंटर श्रीराम चरन सिंह डिग्री कालेज, शमसाबाद में बनाया गया है.

रिश्वत लेकर बनाए त्रिकोणीय सेंटर

विश्वविद्यालय की मुख्य परीक्षा में त्रिकोणीय सेंटर बनाने के एवज में कॉलेज संचालकों से लाखों रुपए वसूलने का आरोप लगाया गया है. इसकी शिकायत उमेश गुप्ता ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से की थी. पीएमओ द्वारा मामले को गंभीरता से लिया गया है. इस संबंध में जांच के आदेश भी दिए गए हैं. पीएमओ हाउस से पत्र आने पर विवि अधिकारियों में खलबली की स्थिति बनी है. शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया है कि विवि अधिकारियों द्वारा ऐसे महाविद्यालयों को सेंटर बनाया गया था, जिसमें कोई प्राचार्य नहीं है और न ही अनुमोदित शिक्षक हैं. शनिवार को इस संबंध में जांच करने के लिए विवि प्रशासन में पत्र भेजा गया है. शिकायत पत्र में कुलपति डॉ. अरविंद दीक्षित पर भ्रष्टाचार और वित्तीय अनियमितता, परीक्षा केन्द्रों में धांधली की जांच के आदेश दिए गए हैं.

नकल माफियाओं ने की छात्रों से वसूली

इस खेल में कॉलेजों से पांच-पांच लाख रुपये लिए गए हैं. शिकायतकर्ता का कहना है कि कुलपति डा. अरविंद कुमार दीक्षित ने महाविद्यालयों के परीक्षा केन्द्र चार से पांच बार बदले हैं. आरोप है कि इस प्रकरण में कुलपति ने छह करोड़ रुपये की अवैध कमाई की है. उधर पैसा देकर सेंटर बनवाने वाले नकल माफि याओं ने नकल कराने के नाम पर छात्रों से जमकर अवैध वसूली की है.

विवि अधिकारी करेंगे कुलपति की जांच

पीएमओ से आए पत्र में वित्तीय अनियमितताओं और भ्रष्टाचार जैसे गंभीर आरोप कुलपति डॉ. दीक्षित की जांच करने के निर्देश दिए गए हैं, लेकिन सवाल यह है कि इस प्रकरण में कुलपति डा. अरविंद कुमार दीक्षित की जांच के आदेश विवि के ही एक अधिकारी को दिए गए हैं. विवि में चर्चा है कि वह अधिकारी भी सेंटर बनाने में शामिल रहा है.

सीबीआई की जांच की मांग

शिकायतकर्ता ने भ्रष्ट अधिकारियों पर सीबीआई, विजीलेंस जांच कराकर कार्यवाई करने की मांग की है. साथ ही परीक्षा में छात्रों से होने वाली वसूली रुकवाने, नए प्रशासनिक अधिकारियों की नियुक्ति के बाद निष्पक्ष परीक्षा कराने की मांग की गई है, जिससे विवि में वर्षो से चक्कर लगा रहे स्टूडेंट्स को निजात मिल सके.