समीर के 'अंजान' पहलू

1958 में बनारस के करीब जन्मे समीर का असली नाम शीतला पांडेय हैं

4000 से अधिक गाने लिखे हैं। साजन, धड़कन, तेरे नाम, रेस जैसी फिल्मों के गीत शामिल।

03 बार फिल्मफेयर अवॉर्ड विजेता। पहली बार आशिकी के गीत नजर के सामने के लिए 1992 में जीता।

2015 में गिनीज बुक ऑफ व‌र्ल्ड रिकार्ड में एंट्री मिली।

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चार हजार से अधिक हिंदी गाने लिखने वाले 90 के दशक के मशहूर गीतकार समीर 'अंजान' को कौन नहीं जानता। समीर जल्द ही शहर में एमएनएनआईटी में एक कार्यक्रम में शिरकत करने आ रहे हैं। गीतकार समीर के साथ दैनिक जागरण-आई नेक्स्ट की बात कुछ इस अंदाज में हुई

सवाल: बॉलीवुड में पुराने गानों के नए वर्जन के ट्रेंड को कैसे देखते हैं?

जवाब: यह गलत है। पुराने मशहूर गानों को दोबारा नहीं गाया जाना चाहिए। इस ट्रेंड के खिलाफ कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए। आजकल के गीतकार पुराने गाने में एक लाइन जोड़कर उसे अपना बना लेते हैं। इससे ओरिजिनल कंपोजर को पहचान के साथ आर्थिक नुकसान भी होता है।

सवाल: क्या आपको भी ऐसी किसी सिचुएशन से गुजरना पड़ा है?

जवाब: 'दिलबर' मेरा लिखा सांग था। इसे मैंने बेहद खूबसूरती के साथ तैयार किया था। आजकल इसका नया जमकर बज रहा है। लेकिन मुझे इसका कोई बेनिफिट नहीं मिला। मुझसे परमिशन भी नहीं ली गई।

सवाल: पुराने सिंगर्स भी इसको लेकर विरोध दर्ज करा चुके हैं। क्या कहेंगे?

जवाब: आप देखिए कि लताजी के गाए गानों को नए सिंगर गुनगुना रहे हैं। उनके एलबम भी रिलीज हो रहे हैं। ऐसे में पुराने सिंगर्स को कौन याद रखेगा?

सवाल: 90 के दशक के म्यूजिक और सांग्स में क्या अंतर महसूस करते हैं?

जवाब: पहले लफ्जों में संगीत डाला जाता था, लेकिन अब म्यूजिक क्रिएशन में लफ्जों का इस्तेमाल किया जा रहा है। हाल ही में मेरे पाए एक डायरेक्टर आए और बोले कि ऐसा गाना लिखो कि समझ में नहीं आए। बॉलीवुड म्यूजिक बहुत खराब दौर से गुजर रहा है।

सवाल: नए गीतकारों से क्या अपेक्षाएं करते हैं?

जवाब: नए गीतकार संजीदा काम करें। गलत काम से समझौता कतई न करें। कामयाबी तुरंत नहीं मिलती। थोड़ा इंतजार करने के साथ बेहतर काम की तलाश करें।

सवाल: गुलजार और जावेद जी के साथ तुलना पर क्या कहेंगे?

जवाब: यह सही नहीं है। गुलजार और जावेदजी मेरे पिताजी के समय के हैं। मैं उनसे जूनियर हूं। इस तुलना को सही नहीं मानता।

सवाल: आने वाले प्रोजेक्ट कौन से हैं?

जवाब: रिलीज होने वाली हाउसफुल-4 में मैंने गीत लिखे हैं। हाउसफुल 1 और 2 में भी मैंने गीत तैयार किए थे। धड़कन-2 से भी मैं जुड़ा हूं। अक्षय खन्ना की अपकमिंग मूवी के साथ ही मूवी 'हम होंगे कामयाब' के लिए भी मैंने गीत लिखे हैं।

सवाल: संगम नगरी में पहले कितनी बार आना हुआ है यहां?

जवाब: दूसरी बार इलाहाबाद आना होगा। जब 15 साल का था तब आया था। कुछ यादें शेष हैं। देखना चाहूंगा कि कितना बदलाव आया है।