दैनिक जागरण के आयोजन पैंपर्स शिशु स्वास्थ्यशाला में विशेषज्ञों ने बताया कैसे रखें शिशु को स्वस्थ

लकी ड्रा के जरिए पांच महिलाओं को मिला कैश प्राइज

डॉक्टर्स ने दिए सवालों के जवाब

ALLAHABAD: मेरा बच्चा काफी चिड़चिड़ा हो गया हैरात में भरपूर नींद नहीं सोता। उसका वजन भी काफी कम है? ऐसे कई सवालों के जवाब बच्चों की मां को शनिवार को दैनिक जागरण के सौजन्य से आयोजित पैंपर्स शिशु स्वास्थ्यशाला में मिले। एक्सप‌र्ट्स ने बताया कि बच्चों की हाइजीन को किस प्रकार बेहतर रखकर उन्हें बेहतर माहौल दिया जा सकता है। बच्चों की बेहतर ग्रोथ के लिए किन चीजों का ध्यान रखा जाना जरूरी है। प्रोग्राम का आयोजन एमएलएन मेडिकल कॉलेज के प्रो। प्रीतमदास प्रेक्षागृह में किया गया था।

आसान नही है बच्चों की देखभाल

प्रोग्राम का इनॉगरेशन चीफ गेस्ट सीएमओ डॉ। गिरिजाशंकर बाजपेई ने किया। उन्होंने माताओं से खचाखच भरे हाल में कहा कि बच्चों को निरोग रखने के लिए समय पर टीकाकरण बेहद जरूरी है। माताओं को इसका चार्ट बनाकर समय से प्रत्येक टीका लगवाना चाहिए। उन्होंने कहा कि स्तनपान पर विशेष ध्यान देना चाहिए। महिलाएं इसको लेकर जागरूक हो रही हैं। सरकार की ओर से कई कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं और इनमें जनता की सहभागिता बढ़ रही है।

बच्चा अधिक रोता है तो रहें होशियार

टीबी हॉस्पिटल के कंसल्टेंट और सीनियर पीडियाट्रिशन डॉ। मनीषराज चौरसिया ने शिशु स्वास्थ्यशाला को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि अगर बच्चा रात में अधिक रेाता है तो इसके तीन कारण हो सकते हैं। उसके पेट में दर्द हो सकता है या तो उसने अपने नीचे गीला कर रखा है। इन प्वाइंट्स को चेक करें। माताओं को बच्चों को पैंपर्स पहनाकर सुलाना चाहिए। यह गीलेपन को सोखकर उन्हें बेहतर नींद प्रदान करता है। साथ ही उनकी हाइजीन को भी मेंटेन रखता है। उन्होंने कहा कि माताएं जब बच्चों को रात में अकेला छोड़ देती हैं तो वह अकेलेपन का शिकार होकर भी रोते हैं। कहा कि बच्चों का अधिक रोना उनके विकास में बाधक होता है। शुरुआती दिनों में बच्चों के विकास के लिए 15 से 16 घंटे की नींद आवश्यक है।

लकी ड्रा ने बनाया विनर

अल्लापुर की रहने वाली रूपा

साउथमलाका की सुनीता

मुंडेरा की वैशाली

जानसेनगंज की नीरजा गुप्ता

सोहबतियाबाग की अर्चना सिंह

पांचों को एक-एक हजार रुपए का नकद पुरस्कार दिया गया। इसी दौरान वीजीएस ट्रेड वेंचर्स प्राइवेट लिमिटेड (पार्टनर प्राक्टर एंड गैंबलल) से आशीष श्रीवास्तव ने शुभ फार्मास्युटिकल्स और दीनदयाल जालान रिटेल्स प्राइवेट को सर्टिफिकेट देकर सम्मानित भी किया।

किसने क्या कहा

बच्चों के स्वास्थ्य को लेकर कई योजनाएं चलाई जा रही हैं। जिसमें उनकी साफ सफाई से लेकर टीकाकरण और पोषण पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। दैनिक जागरण और पैंपर्स की शिशु स्वास्थ्यशाला बेहतरीन पहल है। कहा कि ऐसे आयोजनों से लोगों में अवेयरनेस का संचार होता है।

मनोज राव, डीपीओ

यह एक बेहतरीन कार्यक्रम है और इसके लिए दैनिक जागरण बधाई का पात्र है। महिलाओं को अपने बच्चों की अच्छी नींद और स्वास्थ्य के लिए जागरुक होना चाहिए। डायपर बच्चों के खुशहाल जीवन में सहायक है। इसका उपयोग माताओं को करना चाहिए।

राजेंद्र त्रिपाठी, प्रांतीय मंत्री बाल विकास पुष्टाहार कर्मचारी संघ

छोटे बच्चों की ग्रोथ रुकने का सबसे बड़ा कारण उनका चिड़चिड़ापन और अधिक रोना। इससे बचाव के लिए उनके सूखेपन पर ध्यान देना चाहिए। दैनिक जागरण और पैंपर्स ने बिल्कुल सही मुद्दे की बात की है। ऐसे आयोजनों की समाज को जरूरी है।

नर सिंह, अध्यक्ष, विकास भवन कर्मचारी महासंघ

स्वास्थ्य विभाग के टीकाकरण और स्तनपान को बढ़ावा देने वाले कार्यक्रमों के साथ उनकी हाइजीन को भी बढ़ावा दिया जा रहा है। आपका यह कार्यक्रम हमारे उद्देश्य को नई दिशा प्रदान कर रहा है। इससे हजारों माताएं जागरुक होंगी।

डॉ। अनिल संथानी,

एसीएमओ, स्वास्थ्य विभाग

शहर के प्रत्येक स्वास्थ्य केंद्र पर लगातार शिविर कराकर बच्चों के स्वास्थ्य पर महिलाओं को जागरुक किया जाता है। इस कड़ी में दैनिक जागरण और पैंपर्स ने एक नया अध्याय जोड़ दिया है।

हिमांशु श्रीवास्तव,

जिला शहरी स्वास्थ्य समन्वयक

बच्चों की देखभाल के जरू री फैक्टर

अच्छी ग्रोथ के लिए शुरुआती दिनों में 15 से 16 घंटे की नींद जरूरी।

डायपर्स से बच्चों को बेहतर नींद में मिलती है हेल्प।

मां के पहले दूध से मिलने वाला कोलेस्ट्राम ही बच्चें का पहला टीका।

बच्चे की प्रॉपर ग्रोथ के मापने के लिए कर सकते हैं चार्टिग

बच्चों को जरूरत से ज्यादा भोजन कराना ठीक नही।

डॉ। मनीष चौरसिया ने दिए सवालों के जवाब

सवाल- दूध पिलाने के बाद बच्चा बार-बार उल्टी करता है?

जवाब- बच्चे को थोड़ी थोड़ी मात्रा में दूध पिलाएं और उसे एंटी वोमेटिक दवाएं भी दें।

सवाल- सोते समय अक्सर बच्चे की नाक बंद हो जाती है?

जवाब- यह समस्या शुरू हो जाए तो इसी दौरान नेजल स्लाइन ड्रॉप डाल दिया जाए। इससे अधिक दिक्कत नही होगी।

सवाल- डेढ़ साल की बेटी और वह अधिक खाना नही खाती है।

जवाब- अगर उम्र के हिसाब से बच्चे का वजन ठीक है तो उसे बार-बार जबरन मत खिलाएं। अधिक भोजन से वह ओवरवेट हो सकता है।

सवाल- बच्चा अधिक चिड़चिड़ाता है? इसके लिए क्या करना चाहिए?

जवाब- इसका मतलब है कि बार-बार गीला करता है। इससे बचने के लिए उसे पैंपर पहनाएं। इससे उसका स्वास्थ्य भी ठीक रहेगा।

सवाल- बच्चों को कितना सोना चाहिए?

जवाब- हर उम्र में उनकी नींद का पैमाना अलग अलग होता है। दो साल से कम बच्चों को अधिक नींद की आवश्यकता होती है।

प्रोग्राम का इनॉगरेशन दीप प्रज्जवलित करके सीएमओ गिरजा शंकर बाजपेयी ने किया। इस दौरान उनके साथ जिला कार्यक्रम अधिकारी मनोज राव, एसीएमओ डॉ। अनिल संथानी, विकास भवन कर्मचारी महासंघ अध्यक्ष नर सिंह, प्रांतीय मंत्री बाल विकास पुष्टाहार कर्मचारी संघ के राजेंद्र त्रिपाठी, जिला शहर स्वास्थ्य समन्वयक हिमांशु श्रीवास्तव, जेपीएल के डीजीएम मनीष चतुर्वेदी, दैनिक जागरण के संपादकीय प्रभारी जगदीश जोशी, दैनिक जागरण आई नेक्स्ट के सम्पादकीय प्रभारी संपादक श्याम शरण श्रीवास्तव भी मौजूद रहे।