संप्रेक्षण गृह में निरुद्ध किशोर भी पढ़ लिखकर बनेंगे नवाब

संप्रेक्षण गृह में निरुद्ध किशोरों को दी जाएगी एजुकेशन और वोकेशनल ट्रेनिंग

बाल अधिकार संरक्षण आयोग के निर्देश पर प्रतिनिधि ने किया मेरठ संप्रेक्षण गृह का सर्वे

Meerut। बीते दिनों मिशनरीज ऑफ चैरिटी में बच्चा बेचने के आरोपों के बाद राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने सख्त कदम उठाने शुरू कर दिए हैं। मेरठ में आयोग द्वारा नामित सदस्य ने संप्रेक्षण गृह का दौरा किया और निरुद्ध किशोरों से बातचीत कर रिपोर्ट तैयार की।

मिलेगा रोजगार

राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग मेरठ समेत देश के कई संप्रेक्षण गृह में दौरा कर वहां निरुद्ध किशोरों की शिक्षा-दीक्षा का बंदोबस्त कर रहा है। ट्रेडीशनल एजुकेशन के अलावा अब संप्रेक्षण गृह के किशोरों को रोजगारपरक तकनीकि प्रशिक्षण भी दिया जाएगा।

जरा समझ लें

जो किशोर परिस्थितियोंवश आपराधिक वारदातों में लिप्त होकर राजकीय बाल संप्रेक्षण गृह में निरुद्ध हो जाते हैं, राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग उनको लगातार समाज की मुख्यधारा से जोड़े रखने का प्रयास करता है। आयोग के सदस्य प्रियंक कानूनगो के निर्देश पर मेरठ के राजकीय संप्रेक्षण गृह का दौरा दिल्ली की संस्था 'थिंक स्किल कंसल्टिंग प्राइवेट लिमिटेड' के प्रतिनिधि ने किया। आयोग की ओर से इस संस्था को संप्रेक्षण गृह में निरुद्ध किशोरों के लिए एजुकेशन और वोकेशनल ट्रेनिंग देने के लिए नामित किया गया है। वहीं संस्था ने फ‌र्स्ट फेस में किशोरों की काउंसलिंग कर उनके एजुकेशनल स्टेट्स का परीक्षण किया है।

10 जनपदों में मेरठ शामिल

जिला प्रोबेशन अधिकारी एसके गुप्ता ने बताया कि आयोग के निर्देश पर मंगलवार को संस्था के प्रतिनिधि ने संप्रेक्षण गृह का दौरा किया। संप्रेक्षण गृह में निरुद्ध 102 किशोरों के पठन-पाठन की जानकारी के अलावा प्रतिनिधि ने उनकी अभिरुचि के बारे में जानकारी हासिल की। इसके अलावा डीपीओ ने बताया कि मेरठ के किशोरों को केंद्र सरकार के प्रधानमंत्री कौशल विकास मिशन के तहत प्रशिक्षित किया जाएगा। यूपी के 10 उन जनपदों में मेरठ भी शामिल है, जिनमें योजना के तहत किशोरों को तकनीकी तौर पर प्रशिक्षित कर अपने पैरों पर खड़ा किया जाएगा।

बाल अधिकार संरक्षण आयोग द्वारा नामित संस्था के प्रतिनिधि ने मंगलवार को संप्रेक्षण गृह का दौरा किया। संस्था ने किशोरों को एजुकेशन और वोकेशनल ट्रेनिंग देने के लिए सर्वे किया है।

एसके गुप्ता, डीपीओ, मेरठ