- दो दिन जन्माष्टमी और तीसरे दिन नंदोत्सव का आयोजन

- रात 11.31 पर भगवान कृष्ण के अभिषेक का मुहूर्त

मेरठ। कृष्ण जन्माष्टमी का उत्सव इस साल तीन दिन मनाया जाएगा। इस बार सोमवार देर शाम से अष्टमी शुरु हो रही है, जोकि मंगलवार शाम तक रहेगी। इसलिए जन्माष्टमी का व्रत सोमवार और मंगलवार दोनों दिन रखे जाएंगें। लेकिन जन्माष्टमी को लेकर श्रद्धालुओं और मंदिर के पुजारियों के बीच असमंजस है। कुछ विद्वानों के अनुसार जन्माष्टमी हर साल की तरह इस साल भी दो दिन की मनाई जाएगी।

सोमवार शाम 7.46 से अष्टमी होगी शुरु

भगवान श्रीकृष्ण का जन्म अष्टमी में हुई था इसलिए श्री कृष्ण जन्मोत्सव को कृष्ण जन्माष्टमी कहा जाता है। इस साल अष्टमी सोमवार शाम 7. 46 से शुरु होकर मंगलवार शाम 5.40 पर खत्म होगी। लिहाजा दो दिन सोमवार और मंगलवार को जन्माष्टमी मनाई जाएगी।

रात 11.31 पर अभिषेक का शुभमुहूर्त

इस साल चंद्रोदय यानि भगवान के अभिषेक का शुभमुहूर्त रात 11.31 बजे का है। इसलिए रात 11.31 से भगवान कृष्ण का पूजन शुरु होगा और अगले दिन मंगलवार तक चलेगा।

तीसरे दिन होगा नंदोत्सव

इस बार जन्माष्टमी दो दिन है जबकि हर साल एक दिन जन्माष्टमी और एक दिन नंदोत्सव मनाया जाता था। इस कारण से इस बार तीन दिन जन्माष्टमी का त्योहार मनाया जा रहा है।

दो दिन रहेगा व्रत

कुछ श्रद्धालु कृष्ण जन्म से पहले व्रत रखते हैं। जबकि वैष्णव श्रद्धालु कृष्ण जन्म के बाद व्रत रखते हैं। विद्वानों के मुताबिक भगवान कृष्ण का जन्म अष्टमी में मथुरा में हुआ था और उन्हे रात में ही गोकुल ले जाया गया था। लिहाजा दो दिन जन्मोत्सव मनाया जाता है।

वर्जन-

इस साल रात के समय अष्टमी है इसलिए दो दिन जन्माष्टमी का त्योहार मनाया जा रहा है और तीसरे दिन नंदोत्सव का आयोजन किया जाएगा।

- श्रवण कुमार राम

इस साल भी जन्माष्टमी दो दिन की है तीसरे दिन नंदोत्सव है जिसे जन्माष्टमी से जोड़कर तीन दिन का कहा जा रहा है।

- पंडित विष्णु शास्त्री

इस साल अष्टमी का व्रत दो दिन रखा जाएगा। इसलिए अष्टमी दो दिन और तीसरे दिन नंदोत्सव का आयोजन किया जाएगा।

- पंडित अरविंद