-डीडीयूजीयू प्रशासनिक भवन पर दो दिन से चल रहा था हास्टलर्स का प्रदर्शन

-डीडीयू ने घटाया मेस शुल्क, अब देना होगा 22 हजार रुपए

GORAKHPUR: यूनिवर्सिटी प्रशासन और हॉस्टलर्स के बीच मेस शुल्क को लेकर पिछले कई दिनों से चल रहे टकराहट पर यूनिवर्सिटी प्रशासन बैकफुट पर है। हॉस्टलर्स के काफी संघर्ष के बाद आखिरकार वीसी प्रो। वीके सिंह को उनकी मांगों को मानना पड़ा। वार्तालाप में अब मेस शुल्क के रूप में हॉस्टलर्स से 30 हजार के बजाए 22 हजार रुपए एक सत्र का लिया जाएगा। यही नहीं 22 हजार रुपए शुल्क दो किश्तों में जमा करना होगा। पहली किश्त जुलाई में 17 हजार व दूसरी किश्त 5 हजार रुपए दिसंबर में जमा करनी होगी।

नाश्ता और भोजन दोनों मिलेगा

यूनिवर्सिटी के ब्वॉयज हॉस्टल में पिछले कई वर्षो से मेस सुविधा बहाल नहीं हो सकी थी। यूनिवर्सिटी प्रशासन ने इस बार हॉस्टलर्स की सुविधा का ख्याल रखते हुए मेस सुविधा लाना चाहा तो विरोध शुरू हो गया। यूनिवर्सिटी की तरफ से कम से कम दर पर दो टाइम का नाश्ता और भोजन उपलब्ध कराने के लिए 30 हजार रुपए का बजट निर्धारित किया गया था। इसके बाद यूनिवर्सिटी प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन शुरू हो गया। दो दिन से हॉस्टलर्स प्रशासनिक भवन पर प्रोटेस्ट शुरू किए तो वीसी ने हॉस्टलर्स को बुलाकर इन्हें समझाया बुझाया और मेस शुल्क 30 हजार से सीधे कम कर 22 हजार रुपए कर दिया है। इस 22 हजार रुपए में जहां सुबह और शाम नाश्ता और भोजन मिलेगा। वहीं, भोजन की मानिटरिंग के लिए स्टूडेंट्स की कमेटी बनाई जाएगी, जो मीनू पर निगरानी रखेगी। प्रदर्शन करने वाले शिव शंकर गौड़, अलोक कुमार सिंह, अनिल दुबे, योगेश सिंह, नितिन त्रिपाठी, नितेश मिश्रा, अविनाश, रजनीकांत, श्रेयांशु पासवान, यशवंत सिंह, अरुण यादव, अजय निषाद, राजन, अमित आदि मौजूद थे।

बैठक में लिए गए निर्णय

-ब्वॉयज हास्टल में मेस संचालन के लिए 22 हजार रुपए (अगस्त से अप्रैल तक)

- कोई भी स्टूडेंट एक मुश्त नहीं कर सकता 22 हजार रुपए जमा

- पहल किश्त में 17,000 व दूसरी किश्त 5 हजार रुपए