-शहर में चल रहे कई डेवलपमेंट प्रोजेक्ट्स की आज पूरी हो रही है डेडलाइन
- न पीने का पानी मिला, न सीवेज समस्या खत्म हुई और न गंगा हुई पाल्यूशन फ्री
-विकास कार्यो में अफसरों-जनप्रतिनिधियों की जबरदस्त लापरवाही, पब्लिक झेल रही
-प्रोजेक्ट तो पूरे नहीं हुए, लेट होने से करोड़ों रुपए बढ़ गई प्रोजेक्ट कास्ट
KANPUR: शहर में विकास कार्यो को लेकर रोजाना बड़े-बड़े दावे और वादे किए जाते हैं। कागजों में शहर का कायाकल्प हो रहा है। दावा करने वालों में सांसद, विधायक, मंत्री से लेकर विभागों के अधिकारी भी हैं लेकिन इन दावों की हकीकत बेहद कड़वी है। पुल, रोड, डि्रंकिंग वॉटर, सीवेज, ट्रांसपोर्ट के दर्जनों प्रोजेक्ट्स सालों से लटके पड़े हुए हैं। बार-बार डेडलाइन डेड हो रही है लेकिन काम हैं कि पूरे होने का नाम नहीं ले रहे हैं। जिसका खामियाजा शहर की पब्लिक भुगत रही है। कल यानि 31 मार्च को कई प्रोजेक्ट्स की डेडलाइन पूरी हो रही है लेकिन न तो गंगा साफ हुई और न पीने का पानी मिला। हां, इतना जरूर हुआ है कि इन प्रोजेक्ट्स की लागत कई करोड़ और बढ़ गई है। फिर भी अधिकारियों पर कोई फर्क नहीं? और हो भी क्योंपैसा तो जनता की गाढ़ी कमाई का ही लगना है।
140 करोड़ बढ़ गई प्रोजेक्ट कास्ट
जेएनएनयूआरएम के अंर्तगत सीवरेज के तीन प्रोजेक्ट्स चल रहे हैं। पर अभी तक इनमें से एक भी कम्प्लीट नहीं हुआ है। जबकि इन प्रोजेक्ट्स को शुरू हुए 6 से 8 साल तक पूरे हो चुके हैं। जिसकी वजह से न तो पब्लिक को सीवेज समस्या से छुटकारा मिल रहा है और न ही गंगा में पॉल्यूशन कम हो रहा है। अलबत्ता तीनों ही प्रोजेक्ट्स की कॉस्ट जरूर बढ़ती जा रही है। अब तक इन तीनों प्रोजेक्ट्स को मिलाकर लागत 140 करोड़ से अधिक बढ़ चुकी है।
पटरी से उतरी पार्किग
डेवलपमेंट वर्क्स में लापरवाही की फेहरिस्त काफी लंबी है। इसकी कड़ी में दो साल से अधिक समय बीतने के बावजूद
केडीए कैनाल पटरी पर मल्टीलेवल पार्किग नहीं बना सका है। जबकि एक डेडलाइन 10 महीने ही डेड हो चुकी है। थर्सडे को 31 मार्च, 2016 की डेडलाइन भी डेड होने जा रही है। पर पार्किग कम्प्लीट होती नजर नहीं आ रही है। जिसकी वजह से लोग सड़क पर गाडि़यां खड़ी करने को मजबूर हैं। इसकी वजह से लोगों को ट्रैफिक जाम से जूझना पड़ रहा है और एक्सीडेंट के शिकार हो रहे हैं। लेटलतीफी वाले प्रोजेक्ट्स में अलकनन्दा इन्क्लेव में डेवलपमेंट वर्क्स, शताब्दी नगर 4ए में आरसी नाला, चिल्ड्रेन पार्क व म्यूजिकल फाउंटेन पार्क, चिडि़याघर नाला, साइकिल ट्रैक आदि शामिल हैं।
- जमीन को लेकर विवाद, एनओसी न मिलने आदि वजहों से सीवरेज प्रोजेक्ट पूरे नहीं हो सके हैं।
- एके गुप्ता, जीएम गंगा पाल्यूशन कन्ट्रोल यूनिट जलनिगम
प्रोजेक्ट सीवरेज प्रोजेक्ट पार्ट-1
काम शुरू हुआ- 1 अप्रैल,2008
कम्प्लीशन डेट पहले- 31 मार्च,2015
कम्प्लीशन डेट बाद में- 31 दिसं,2015
कम्प्लीशन डेट अब- 31 मार्च,2016
प्रोजेक्ट कास्ट पहले- 190.88 करोड़
प्रोजेक्ट कास्ट बाद में- 248.30 करोड़
प्रोजेक्ट - सीवरेज पार्ट-2
काम शुरू हुआ- 23 दिसंबर,2010
कम्प्लीशन डेट पहले-31 मार्च,2015
कम्लीशन डेट बाद में-30 सितं.,2015
कम्प्लीशन डेट अब- 31 मार्च,2016
प्रोजेक्ट कास्ट पहले- 101.01 करोड़
प्रोजेक्ट कास्ट बाद में- 141.98
प्रोजेक्ट- सीवरेज पार्ट-3
काम शुरू हुआ- 13 नवंबर,2009
कम्प्लीशन डेट पहले- 31 मार्च,2015
कम्प्लीशन डेट बाद में-31 दिसं.,2015
कम्प्लीशन डेट अब- 31 मार्च,2016
प्रोजेक्ट कास्ट पहले- 207.36 करोड़
प्रोजेक्ट कास्ट अब- 251.77 करोड़
प्रोजेक्ट- कैनाल पटरी पर मल्टीलेवल पार्किग
प्रोजेक्ट कास्ट- 824 लाख
काम शुरु हुआ- 15 जनवरी,2014
कम्प्लीशन डेट (पहले)- 14 जुलाई,2015
कम्प्लीशन डेट (बाद में)-31 मार्च, 2016
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प्रोजेक्ट- शताब्दी फेस-4ए में आरसी नाला
प्रोजेक्ट कास्ट- 1069.11 लाख
काम शुरू हुआ- 1 अप्रैल,2014
कम्प्लीशन डेट- 31 मार्च,2016
प्रोजेक्ट- अलकनन्दा इन्क्लेव में डेवलपमेंट वर्क्स
प्रोजेक्ट कास्ट- 1008.28 लाख
काम शुरू हुआ- 26 फरवरी,2014
कम्प्लीशन डेट (पहले)-26 फरवरी,2015
कम्लीशन डेट (बाद में)- 31मार्च,2016
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