नकद निकासी पर टैक्स लग जाय तो कैशलेस सिस्टम की तरफ मूव कर जाएगी पब्लिक

व्यापारियों के बीच आई नेक्स्ट ने कराई बहस में निकला निष्कर्ष

ALLAHABAD: कैश ट्रांजेक्शन पर सम्पूर्ण रोक लम्बे समय में लागू की जाने वाली प्रक्रिया है। कैशलेस वर्किंग को प्रमोट किया जाना चाहिए लेकिन फिलहाल तो बात लेस कैश की हो। क्योंकि, इसका बुरा इम्पैक्ट बिजनेस पर पड़ा है। 60 फीसदी तक नीचे जा चुका मार्केट अभी भी काफी हद तक कैश पर आस्रित है। तत्काल कैशलेस की बात पूरे बिजनेस को बैठा देगी। यह कहना है व्यापारियों का। शनिवार को आई नेक्स्ट ऑफिस में हुए आयोजन में व्यापारियों ने खुलकर अपनी बात रखी।

10 परसेंट भी कार्ड लेकर नहीं आ रहे

चर्चा को बढ़ाते हुए चीनी के थोक व्यापारी रमेश केसरवानी ने कहा कि नोटबंदी को लेकर सरकार की सोच अच्छी है। लेकिन सिस्टम ठीक नहीं है। गवर्नमेंट कैश लेस ट्रांजेक्शन की बात कर रही है। एक महीना बीत चुके हैं और अब भी स्थिति यह है कि दस फीसदी भी कस्टमर इसके लिए मेंटली प्रिपेयर नहीं है। वह कार्ड साथ लेकर नहीं आते। कैट के पूर्वी यूपी अध्यक्ष महेंद्र गोयल ने कैशलेस ट्रंाजेक्शन को बढ़ावा देने की बात की तो, कम्प्यूटर डीलर और आईटी एक्सपर्ट संदीप अग्रवाल ने कहा कि कैशलेस ट्रंाजेक्शन तो सही है, लेकिन साइबर व‌र्ल्ड में सिक्योरिटी की क्या गारंटी है? एक से बढ़ कर एक शातिर दिमाग एकाउण्ट से कैश गायब कर दे रहे हैं। डर के मारे व्यापारी और बड़े लोग अब एकाउंट में बड़ा एमाउंट रखने से कतराते हैं। साइबर क्राइम के कई मामले सामने आ चुके हैं। किसी के साथ फ्राड होने पर बैंक क्या सिक्योरिटी देती है, यह क्लीयर करना होगा।

2% बढ़ जाएगी भारत की जीडीपी

महेंद्र गोयल ने बातचीत के दौरान जानकारी शेयर करते हुए बताया कि सेंट्रल गवर्नमेंट कैश के मोबिलाइजेशन यानि एक जगह से दूसरे जगह ले जाने आदि पर पर ईयर करीब 22 हजार करोड़ रुपये खर्च करती है। जो टोटल जीडीपी का दो परसेंट है। पूरा देश कैशलेस की ओर बढ़ा तो एक झटके में जीडीपी दो प्रतिशत तक बढ़ सकता है। प्रयाग व्यापार मण्डल के अध्यक्ष विजय अरोड़ा ने बताया कि नोटबंदी का असर 30 दिन बाद दिखाई देने लगा है। कारखानों में मजदूरों के न मिलने से मैन्यूफैक्चरर ने सामानों का दाम बढ़ा दिया है। गारमेंट, स्टेशनरी, जूता कारोबार में सामान का रेट 15 से 20 प्रतिशत बढ़ा है। कस्टमर को सामान का भाव लगता है तो वह झगड़ा न करें। एमआरपी चेक करें। रेट कंपनियों ने बढ़ाया है।

मुरादाबाद, सहारनपुर, मेरठ, आगरा, कानपुर, गुजरात, फिरोजाबाद की दर्जनों फैक्ट्रियां बंद चल रही हैं। इससे सामान नहीं बन रहा है। इससे आने वाले समय में दाम बढ़ना तय है।

विजय अरोड़ा

जिलाध्यक्ष, प्रयाग व्यापार मंडल

ज्यादातर व्यापारियों ने किसी न किसी एमाउंट का लोन ले रखा है। बिजनेस ठप होने से लोन और लोन पर ब्याज चुका पाना बहुत मुश्किल है। सरकार लोन लेने वाले सभी व्यापारियों को ब्याज पर पूरी-पूरी छूट दे। इसके लिए दो-तीन महीने की समय-सीमा निर्धारित की जाए।

कादिर भाई

प्रयाग व्यापार मंडल

सहालग बिजनेस का पीक सीजन होता है। इस बार सहालग का पूरा कारोबार ठप हो गया। व्यापार सालों पीछे चला गया। बीड़ी उद्योग से जुड़े करीब तीन लाख परिवारों के सामने भी रोजी-रोटी का संकट आ गया है। क्योंकि उन्हें देने के लिए कारखानों के पास कैश ही नहीं है।

सुहैल अहमद

महामंत्री, प्रयाग व्यापार मंडल

कहा जा रहा है कि 12 लाख से अधिक धनराशि एकाउण्ट में जमा करने वालों के घर इनकम टैक्स का छापा पड़ेगा। यह गलत है। व्यापारी केवल व्यापारी है, कोई चोर नहीं। कैशलेस का कदम बेहतर है। चेक और आरटीजीएस से व्यापारी भुगतान तो करने लगे हैं, लेकिन लाइन छोटी नहीं हो रही है।

सतीश केसरवानी

अध्यक्ष, गल्ला एवं तिलहन व्यापार संघ

किसी भी बिजनेस का 80 परसेंट ट्रांजेक्शन ग्रामीण इलाकों से होता है। जहां की जनता आज भी सामान खरीदने के लिए कैश की ही भाषा जानती और समझती है। थोक व्यापारी तो पहले से ही आरटीजीएस और चेक के थ्रू पेमेंट कर रहे हैं। चीनी का कारोबार 80 परसेंट तक गिरा है।

रमेश केसरवानी

सुगर व्यापारी

कैशलेस ट्रांजेक्शन के लिए यह देखना चाहिए कि जिन सर्विस प्रोवाइडर के दम पर सरकार कैशलेस की बात कर रही है, उनका नेटवर्क और सिक्योरिटी सिस्टम ठीक है या नहीं।

संदीप अग्रवाल

लैपटॉप-कम्प्यूटर डीलर

बैंकों में कैश की जबर्दस्त क्राइसेस है। मोटे एमाउण्ट का सामान लेने के लिए ही कैशलेस मोड का इस्तेमाल किया जाता है। फुटकर व्यापारी कैसे इस सिस्टम को फॉलो करेंगे।

प्रमिल केसरवानी

समाज सेवी एवं किराना व्यापारी

दवा का मार्केट तो पहले से ही लेस कैश सिस्टम पर चल रहा है। जहां 60 परसेंट पेमेंट चेक और आरटीजीएस के थ्रू किया जाता है। 40 परसेंट बिजनेस ही कैश से होता है, जिसमें 30 परसेंट कैश गांव से आता है। गांव के ज्यादातर दुकानदारों ने अभी तक टिन नंबर नहीं लिया है।

तरल अग्रवाल

दवा व्यापारी

नंबर एक में बिजनेस करने वाले बिजनेसमैन गवर्नमेंट के हर इंस्ट्रक्शन को फॉलो करते हैं। कैशलेस ट्रंाजेक्शन की बात सही है। ट्रांजेक्शन चार्ज फ्री करके इसके लिए सबको मोटीवेट किया जाना चाहिए।

आशुतोष गोयल

होल सेलर

कोई भी ऐसा बिजनेस नहीं बचा है, जो प्रभावित न हुआ हो। 25 से 30 परसेंट की कमी सेल में आई है। कैशलेस ट्रांजेक्शन के लिए स्मार्ट फोन सबसे ज्यादा जरूरी है। पब्लिक इस तरफ मूव कर रही है लेकिन इसमें टाइम लगेगा।

विभू अग्रवाल

ओनर, मोबाइल शॉप

व्यापारी सरकार का सहयोगी होता है, लेकिन, सरकार उसे चोर समझती है। 70 परसेंट बिजनेस गांव से होता है। जहां के 90 प्रतिशत लोग मोबाइल एप, पेटीएम के बारे में नहीं जानते हैं। सर्राफा कारोबार इस समय एकदम ठप है। मण्डी में एक-दो लोगों को छोड़ दिया जाए तो अभी तक किसी ने भी स्वाइप मशीन नहीं लगाया है।

रविंद्र कुमार वर्मा

सर्राफा व्यापारी

नोटबंदी से भ्रष्टाचार समाप्त हो जाएगा, मुझे इसमें शक है। काला धन रखने वालों पर इस नोटबंदी का कोई असर नहीं पड़ा है। असर केवल व्यापारियों पर और आम जनता पर पड़ा है। सर्राफा कारोबार 85 प्रतिशत ठप चल रहा है।

कुलदीप सोनी

अध्यक्ष, प्रयाग सर्राफा मण्डल

हम कैश लेस की नहीं, बल्कि लेस कैश की बात करते हैं। क्योंकि, किसी भी सिस्टम को एकदम से लागू और खत्म नहीं किया जा सकता है। व्यापारी भाई लेस कैश की ओर बढ़ भी रहे हैं। बस गवर्नमेंट के प्रोत्साहन की जरूरत है।

महेंद्र गोयल

प्रदेश अध्यक्ष, पूर्वी यूपी, कैट

Fact file

पूरे देश में हैं 5 करोड़ 77 लाख व्यापारी

केवल 11 लाख व्यापारियों ने ले रखी है स्वाइप मशीन

नोटबंदी के बार एक महीने में 17 लाख मशीन इम्पोर्ट का मिल चुका है आर्डर

व्यापारियों का सुझाव

लेस कैस के लिए पहले ब्राडबैंड के साथ ही, टूजी, थ्रीजी, और फोर-जी की कनेक्टिविटी को बेहतर करना चाहिए

पीओएस, एमपीओएस की संख्या बढ़ाई जाए। इनके रेट और किराए कम किया जाय

पैसे की निकासी पर सरकार शुल्क लगा दे लोग कैश लेस की ओर रुख करेंगे।

कारखानों को सुविधा दी जाए, ताकि कारोबार चल सके। वहां माल बन सके और लेबर काम करें।

आवेदन करने के बाद भी बैंकों से नहीं मिल रही स्वाइप मशीन, इसे ईजी अवलेबल कराया जाय