मेयर बोलीं, दुबारा हुई सलोरी जैसी घटना तो नपेंगे अधिकारी

पार्षदों ने गंगा प्रदूषण नियंत्रण इकाई, नगर निगम और जलनिगम को घेरा

ALLAHABAD: 11 जुलाई की शाम दो घंटे की बारिश में दो बच्चों की कब्रगाह बन गये नाले शनिवार को नगर निगम सदन की मिटिंग में छाये रहे। पार्षदों ने इसे प्रमुखता से उठाया और नाला-सीवर का काम करा रही एजेंसियों को कटघरे में खड़ा किया तो जिम्मेदार जवाब नहीं दे सके। पार्षदों ने सीधी कार्रवाई की मांग की तो मेयर ने लास्ट चांस देते हुए कहा कि आगे ऐसा हुआ तो अफसर भी नहीं बचेंगे।

सुपरविजन पर भी खड़ा किया सवाल

पार्षद सत्येंद्र चोपड़ा ने पिछले दिनों घटी दिल दहलाने वाली घटना का जिक्र करते हुए कहा कि हम कुंभ के लिए चाहे जितनी तैयारी कर लें। नाले में बहने से दो बच्चों की मौत सिस्टम पर सवाल ही नहीं शर्म की बात भी है। शहर में चारों तरफ क्या काम हो रहा है? कैसे हो रहा है? इसका कोई सुपरविजन ही नहीं है। रसूलाबाद के पार्षद मुकुंद तिवारी ने कहा कि सलोरी में दो बच्चों की मौत की घटना को लेकर अब भी जिम्मेदार विभाग और अधिकारी गंभीर नहीं हुए तो शहर माफ नहीं करेगा। नाला सफाई के साथ ही जलनिकासी व्यवस्था बेहतर होती तो यह नौबत न आती।

मेयर बोलीं, बहुत हो गई मनमानी

मेयर अभिलाषा गुप्ता ने पार्षदों के सवाल, शिकायत और आरोपों को सही ठहराते हुए नगर निगम के स्वास्थ्य विभाग को जिम्मेदार ठहराया। कहा कि जिम्मेदार अधिकारियों व कर्मचारियों की मनमानी बहुत हो गई। आगे बारिश में पूरे शहर में कहीं कोई घटना होती है और किसी की जान जाती है या भीषण जलभराव होता है तो नगर निगम के स्वास्थ्य विभाग के खिलाफ सीधे कार्रवाई की जाएगी। जरूरत पड़ी तो शासन को भी लिखेंगे।