दिमागी रूप से कमजोर है बॉर्डर रोड ऑर्गनाइजेशन कर्मी, ससुर बरेली में छोड़ भागा

BAREILLY:

दो दिन से लापता डिफेंस मिनिस्ट्री में तैनात कर्मचारी संडे को बरेली जंक्शन पर भटकता मिला। मिनिस्ट्री के बॉर्डर रोड ऑर्गनाइजेशन, बीआरओ में तैनात यह कर्मचारी दिमागी रूप से कमजोर है। संडे को जीआरपी इंचार्ज सुनील दत्त और एसआई संजय कसाना ने रूटीन गश्त के दौरान कर्मचारी को लावारिस हालत में भटकते देखा तो उसकी चेकिंग की। तलाशी के दौरान कर्मचारी के पास से पर्स, उसकी आईडी, 89 दिनों का लीव परमिशन लेटर और 2,270 रुपए मिले। जीआरपी ने कर्मचारी के मोबाइल के जरिए बीआरओ की उत्तराखंड यूनिट को सूचना दी। जिसके बाद संडे शाम करीब 5 बजे ही टनकपुर से पहुंचे यूनिट के अधिकारी कर्मचारी को अपने साथ ले गए।

दो दिन ठंड में कांपा

प्लेटफार्म नंबर 1 और बुकिंग काउंटर के पास भटकते मिले बीआरओ कर्मचारी की पहचान झारखंड के दुमका जिले के गुहियाजोरी एरिया के गांव डोवाडीह निवासी निकोलस किस्कू के रूप में हुई। जीआरपी इंचार्ज को चेकिंग के दौरान बुकिंग काउंटर के पास सिर्फ शर्ट-पैंट पहने ठंड से कंपकंपाती हालत में कर्मचारी मिला था। कर्मचारी के शरीर पर स्वेटर या जैकेट तक न थी। बातचीत में पता चला कि कर्मचारी को उसके ससुर कासिम मरांडी झारखंड से टनकपुर यूनिट छोड़ने जा रहे थे, लेकिन बरेली में छोड़ कर चले गए। कर्मचारी की आईडी में फोन नम्बर पर संपर्क कर उसकी वाइफ सुनीता मरांडी से संपर्क हुआ। जिसके बाद उसने कर्मचारी के निवास की पूरी जानकारी दी।

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