आगरा। यूपी बोर्ड रिजल्ट को लेकर विभागीय अधिकारियों में अफरा-तफरी का माहौल है। वहीं तत्कालीन सरकार के प्रवक्ता द्वारा इस रिजल्ट की सीबीआई जांच की मांग की है। बता दें कि हाल ही में यूपी बोर्ड द्वारा हाईस्कूल और इंटरमीडिएट परीक्षा का रिजल्ट जारी किया गया है। जिसमें बड़ी संख्या में स्टूडेंट्स को पास करने का मामला सामने आया है। हालांकि संबंधित विभाग के आलाधिकारियों ने कहा है कि यदि कोई गड़बड़ हुई तो जांच की जाएगी।

सोशल मीडिया पर गोपनीय सीट

हाईस्कूल और इंटरमीडिएट एग्जाम की उत्तर पुस्तिकाओं को चेक करने के बाद गोपनीय फोइल में नंबरों को दर्ज किया जाता है। उत्तर पुस्तिकाओं को चेक करने के बाद उक्त सीटों को बोर्ड भेज दिया जाता है, जहां से रिजल्ट तैयार किया जाता है। उक्त फोइल सोशल मीडिया पर देखी जा सकती है, वहीं नेट से निकाली मा‌र्क्सशीट भी जिसमें नंबर बढ़ा चढ़ाकर स्टूडेंट्स को दिए गए हैं। माध्यमिक सचिव नीना श्रीवास्तव ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच के आदेश दिए हैं।

जांच से उजागर होगा फर्जीवाड़ा

समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता और एमएलसी उन्नाव सुनील सिंह साजन ने यूपी बोर्ड के रिजल्ट में बड़ा फर्जीवाड़ा बताया है। उनका कहना है कि भाजपा नेताओं के घर से यूपी बोर्ड की उत्तर पुस्तिकाएं बरामद की गई हैं। वर्तमान सरकार द्वारा 2019 के चुनाव को ध्यान में रख रिजल्ट में गड़बड़ी की गई हैं। एमएलसी सुनील सिंह साजन ने रिजल्ट की सीबीआई जांच की मांग की है। उनका कहना है कि जांच में एक बड़ा फर्जीवाड़ा उजागर होगा।

दैनिक जागरण-आई नेक्स्ट ने उठाया मुद्दा

दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने यह मुद्दा सबसे पहले उठाया है। इसके लिए श्रंखलाबद्ध तरीके से खबरों को प्रकाशित किया है। 30 अप्रैल के बाद छह मई के अंक में प्रमुखता से इस फर्जीवाडे़ का खुलासा किया है। खुलासे का आधार बनी ओएमआर शीट और इंटरनेट का रिकॉर्ड दैनिक जागरण आई नेक्स्ट के पास सेव है।