- नगर निगम की लापरवाही के चलते दोबारा बुखार की चपेट में आए दर्जनभर लोग

- दस साल का बच्चा डेंगू की चपेट में, जांच में हुई पुष्टि

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- नगर निगम की लापरवाही के चलते दोबारा बुखार की चपेट में आए दर्जनभर लोग

- दस साल का बच्चा डेंगू की चपेट में, जांच में हुई पुष्टि

ALLAHABAD: allahabad@inext.co.in

ALLAHABAD: जिस बात का डर था वही हुआ। नगर निगम की लापरवाही से राजापुर के नेवादा इलाके में डेंगू ने अपने पैर पसारने शुरू कर दिए हैं। सोमवार को इस सीजन का पहला जानलेवा बीमारी का मरीज सामने आया है। एमएलएन मेडिकल कॉलेज की लैब में जांच के बाद डेंगू की पुष्टि कर दी गई है। जानकारी मिलते ही स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया। अधिकारियों ने तत्काल टीम रवाना कर इलाके में फॉगिंग और एंटी लार्वा स्प्रे कराया। उधर नेवादा में फिर से बुखार पीडि़तों की संख्या एक दर्जन से अधिक पहुंच गई है।

नाजरेथ में चल रहा है इलाज

राजापुर के नेवादा इलाके के हालात ठीक नहीं चल रहे हैं। जगह-जगह जलभराव और गंदगी से लोगों का जीना दुश्वार हो गया है। मच्छरों के बढ़ते प्रकोप का शिकार सर्कुलर रोड नेवादा का रहने वाला दस वर्षीय सावन हुआ है। तेज बुखार और कमजोरी के चलते उसे क्क् सितंबर को नाजरेथ हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया था। उसकी खून की जांच मेडिकल कॉलेज की पैथोलॉजी में कराई गई तो रिपोर्ट में डेंगुू की पुष्टि हो गई। जानकारी मिलते ही स्वास्थ्य विभाग और मलेरिया विभाग के अधिकारी हरकत में आ गए। उन्होंने मरीज के घर के आसपास फागिंग और एंटी लार्वा स्प्रे शुरू करा दिया। जिला मलेरिया अधिकारी केपी द्विवेदी की मानें तो मरीज अब खतरे से बाहर है।

एक दर्जन लोग फिर बुखार की चपेट में

उधर नेवादा इलाके में एक पखवाड़े बाद बुखार ने दोबारा लोगों को अपनी चपेट में लेना शुरू कर दिया है। रविवार को इस इलाके के नासिर, फिरोजा, भोला के बाद नन्हे के दो बेटे समेत कई लोग बीमारी की चपेट में आ गए हैं। राजापुर के पार्षद अहमद अली ने बताया कि बार-बार कहने के बावजूद नगर निगम की ओर से सफाई अभियान नहीं चलाया जा रहा है। कूड़े, गंदगी और दुर्गंध के चलते इलाके के लोगों का जीना हराम हो गया है। इसी वार्ड के अहिराजपुर, साहिल कालोनी और कौडि़हाना में गंदगी से मच्छरों का प्रकोप बढ़ता जा रहा है। यहां पर भी कई घरों के लोगों को बुखार की शिकायत हो रही है।

सावधानी बरतना बेहद जरूरी

राजापुर के लोगों में साफ-सफाई को लेकर आक्रोश पनप रहा है। लोगों ने जल्द ही समस्या का निवारण नहीं होने से डीएम और नगर आयुक्त का घेराव करने की चेतावनी दी है। उधर, शहर में मलेरिया के मरीज भी कम नहीं है। अगस्त में मलेरिया के कुल मरीजों की संख्या सात सौ से अधिक थी। हॉस्पिटल्स की ओपीडी में रोजाना मलेरिया के कई मामले सामने आ रहे हैं। इसके बाद अब डेंगू का खतरा भी मंडराने लगा है। इसको देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने लोगों को इस मौसम में होशियारी बरतने की हिदायत दी है।

फॉर योर इंफार्मेशन का लोगो लगाएं

- घरों में कूलर का उपयोग नहीं होने पर उसका पानी निकाल दें।

- रिमझिम बारिश के बाद गमले, टायर और प्लास्टिक के डिब्बों में जमा पानी हटा दें।

- घर के आसपास इकट्ठे पानी में जला हुआ मोबिल आयल डाल दें।

- शाम को घर के आसपास नीम की पत्ती का धुआं सुलगाया जा सकता है।

- रात में सोते समय मच्छरदानी का उपयोग करना बेहद जरूरी।

- बुखार, जुकाम, ठंड, कमजोरी और शरीर में चकत्ते पड़ने पर तत्काल डॉक्टर से संपर्क करें।

राजापुर नेवादा में डेंगू का मरीज सामने आया है। बीमारी को लेकर एहतियात बरती जा रही है। नगर निगम से फागिंग की मांग की गई है। मरीजों की स्लाइड बनाकर जांच करने के निर्देश मलेरिया विभाग को दिए गए हैं।

डॉ। पदमाकर सिंह, सीएमओ, इलाहाबाद