-24 घंटे के भीतर नकहा में दो बार हुई घटना

-चलती रहती जांच, नहीं हो पाती कोई कार्रवाई

GORAKHPUR: गोरखपुर आनंद नगर रेल खंड के नकहा जंगल रेलवे स्टेशन के पास मालगाड़ी बार-बार बेपटरी हो रही है। रविवार की देर रात यार्ड में शटिंग के दौरान मालगाड़ी का एक चक्का पटरी से उतर गया। रात में हुई घटना से रेलवे में सायरन बज उठा। हादसे की आशंका से अधिकारियों और कर्मचारियों में हड़कंप मच गया। शनिवार को भी मालगाड़ी का डिब्बा पटरी से उतर गया था जिसकी वजह से चार घंटे तक ट्रेनों का आवागमन ठप रहा। सीपीआरओ ने बताया कि जांच के लिए टीम गठित कर दी गई है। मालगाड़ी के बेपटरी होने की रिपोर्ट सामने आने पर ही कोई वजह सामने आ सकेगी। मालगाड़ी के बेपटरी होने को रेल प्रशासन भले गंभीरता से नहीं ले रहा। लेकिन इससे पब्लिक को प्रॉब्लम झेलनी पड़ती है।

शटिंग के दौरान हो रही घटनाएं

नकहा रेलवे स्टेशन पर आए दिन मालगाड़ी पटरी से उतर रही हैं। शनिवार को शटिंग के दौरान मालगाड़ी का डिब्बा पटरी से उतर गया था। इस वजह से गोरखपुर-आनंद नगर रेल खंड पर ट्रेनों का आवागमन चार घंटे तक प्रभावित रहा। तीन ट्रेनों के संचलन पर काफी असर पड़ा। गोरखपुर से आनंद नगर, बढ़नी और गोंडा जाने वाली रेल गाडि़यों को रोकना पड़ा। नौतनवां से मड़ुआडीह सवारी गाड़ी को पीपीगंज, गोंडा से आ रही डेमू को मानीराम और गोरखपुर से नौतनवा जा रही डेमू को पांच घंटे की देरी से रवाना किया गया। ट्रेनों के विलंब से चलने की वजह से पैंसेंजर्स हलकान हुए। ज्यादातर लोगों ने ट्रेन छोड़कर बस और टैक्सी से यात्रा पूरी की। रविवार की देर रात यार्ड में मालगाड़ी का एक चक्का फिर पटरी से उतर गया। जिसकी उच्चस्तरीय जांच के निर्देश दिए गए हैं।

हलके में लेते रेल अधिकारी, नहीं होती कार्रवाई

मालगाड़ी के पटरी से उतरने पर रेल प्रशासन गंभीरता नहीं दिखाता है। लगातार हो रही घटनाओं की जांच के लिए एक टीम बना दी जाती है। जांच के बावजूद न तो दोषी की तलाश हो पाती है न ही कोई कड़ा एक्शन सामने आता है। इसके चलते आए दिन शंटिंग के दौरान इंजन और वैगन डीरेल्ड होने का सिलसिला थम नहीं रहा। रेलवे से जुड़े लोगों का कहना है कि कड़ा एक्शन लेने पर ऐसे हादसों पर लगाम लगाई जा सकती है। रेलवे के अधिकारियों का कहना है कि कुछ खामियों की वजह से ट्रेन पटरी से उतरती है। गनीमत रहती है कि मालगाड़ी के पटरी से उतरने पर कोई हादसा नहीं होता है।

इन वजहों से होती डीरेल

-ट्रैक में किसी तरह की कमी

-ट्रैक के टूटे होने या बेंड होने की दशा

-प्वाइंट के खराब होने, प्वाइंट के न बनने और शंट सिग्नल न होना

-कॉशन स्पीड से ज्यादा रफ्तार में ट्रेन का संचलन, कैराज में कोई कमी

ये हो चुकी हैं घटनाएं

08 जुलाई 2018: नकहा रेलवे स्टेशन के मालगाड़ी का एक पहिया पटरी से उतरा

07 जुलाई 2018: नकहा रेलवे स्टेशन के पास मालगाड़ी के डिब्बे पटरी से उतरे

28 जनवरी 2018- कुसम्ही जंगल के पास मालगाड़ी के डिब्बे पटरी से उतरे

14 जनवरी 2018: छपरा से गोरखपुर आ रही मालगाड़ी के पहिए बेपटरी हुए।

वर्जन-

मालगाड़ी के पटरी से उतरने की जांच के लिए कमेटी बना दी गई है। जांच रिपोर्ट आने पर पता चल सकेगा कि इसकी क्या वजह रही है। जांच रिपोर्ट के आधार पर ही दोषी पाए गए रेल कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

संजय यादव, सीपीआरओ