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PATNA: अगर बदमाशों से घिर गए हैं और फोन करने पर जान का खतरा है तो सिर्फ 100 नंबर डायल कर दीजिए पुलिस आपकी मदद के लिए सामने होगी। क्योंकि अब पुलिस ने डायल 100 को जीपीएस की आधुनिक सुविधाओं से जोड़कर हाईटेक कर दिया है। मंगलवार को इस हाईटेक सेवा का सीएम नीतीश कुमार ने शुभारंभ किया। पटना सहित बिहार के अन्य जिलों में सुरक्षा की इस विशेष तकनीक का लाभ अब मुश्किल में आए हर इंसान को आसानी से मिल जाएगी।
तय किया गया रिस्पॉन्स टाइम
सीएम नीतीश कुमार ने डायल 100 की हाईटेक तकनीक वाली सेवा का शुभारंभ करते हुए पुलिस कर्मियों का रिस्पॉन्स टाइम भी तय कर दिया है। शहरी क्षेत्र में पुलिस को 20 मिनट और ग्रामीण क्षेत्र में 30 मिनट का समय निर्धारित कर दिया गया है। पीडि़त व्यक्ति को मदद के लिए पुलिस को पूरी तरह से तत्पर रहना होगा।
अब थाना की गाडि़यों से अफसर नहीं उड़ाएंगे मौज
अब थानों की गाडि़यों पर अफसर नजर नहीं गड़ा पाएंगे। थाना की गाड़ी थाना में रहेगी। पूर्व में थाना पर आने वाली नई गाडि़यों को अफसर ले लेते थे और वह उसी से घूमते थे लेकिन सीएम नीतीश कुमार इस मामले में सख्त हो गए हैं और इसके लिए जिम्मेदारों को निर्देश भी दे दिए हैं। मंगलवार को डायल 100 की लांचिग के दौरान उन्होने जनता की सुरक्षा व लॉ एंड आर्डर को लेकर कई अहम बिंदुओं पर निर्देश दिया है। सीएम ने कहा कि थानों में आने वाली नई गाड़ी थाने में ही रहनी चाहिए। ऐसा नहीं हो कि नई गाड़ी अफसर ले लें और उसकी जगह अपनी पुरानी गाड़ी थाने को दे दें। सीएम ने साफ कर दिया है कि ऐसी शिकायत नहीं मिलनी चाहिए।
ऐसे काम करेगा डायल 100
डायल 100 का पूरा सिस्टम ही अब हाईटेक हो गया है।
पटना से लेकर प्रदेश के सभी जिलों में यह तेजी से वर्क करेगा।
यह सेवा पहले पटना के लिए थी, अब पूरे बिहार के लिए यह लागू की गई है।
पटना में इसके लिए बड़ा व हाईटेक नियंत्रण कक्ष बनाया गया है।
यह नियंत्रण कक्ष 6 पीआरआई लाइन का है।
एक पीआरआई लाइन में 30 फोन काम करेंगे।
वर्तमान में 180 लोग एक बार डायल 100 पर बात कर सकेंगे।
अभी 150 लाइन आने वाले फोन के लिए और 30 फोन जाने वाली कॉल्स के लिए रखी गई है। इस हाईटेक सेवा में कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से भी बात कराने की पूरी व्यवस्था है।
शहरी क्षेत्रों में 20 मिनट और ग्रामीण इलाकों में 30 मिनट के अंदर आपकी मदद के लिए पहुंच जाएगी पुलिस।