- बिजली कटौती के बीच हाउसिंग सोसायटीज में बढ़ गया है पॉवर जनरेटर का इस्तेमाल

- डीजल रेट बढ़ने के चलते लोगों को डेली देने पड़ रहे ज्यादा पैसे

GORAKHPUR: आसमान छूते पेट्रोल के साथ ही ऊपर चढ़ते जा रहे डीजल ने भी आम आदमी को मुसीबत की जमीन पर पटक दिया है। हाउसिंग सोसायटी में रहने वाले लोग तो फ्यूल हाइक से खासे परेशान हो गए हैं। गर्मियों में लगातार हो रही बिजली कटौती से हाउसिंग सोसायटीज में पॉवर बैकअप के लिए लगे जेनरेटर पर खर्चा बढ़ता जा रहा है। डीजल के बढ़ते रेट के चलते डेली बेसिस पर लिया जाने वाला पॉवर मेंटेनेंस शुल्क लोगों को ज्यादा देना पड़ रहा है।

डेली हर सोसायटी में फुंक रहे 15 हजार एक्स्ट्रा

शुक्रवार को स्पीड पेट्रोल का रेट 80.51 रुपए व सादे पेट्रोल का रेट 78.21 रुपए प्रति लीटर रहा। जबकि डीजल का रेट 68.72 प्रति लीटर रहा। डीजल के दाम में बढ़ोत्तरी ने बेतहाशा बिजली कटौती के बीच हाउसिंग सोसायटीज में पॉवर बैकअप के लिए लगे जेनरेटर पर भी खर्चा बढ़ता जा रहा है। हालत यह है कि सोसायटी डीजल के नाम पर डेली 10-15 हजार रुपए एक्स्ट्रा लोगों को खर्च करने पड़ रहे हैं।

14-16 घंटे मिल ही रही बिजली

हाउसिंग सोसायटी में रहने वालीं सविता त्रिपाठी, विनिता त्रिपाठी, संगीता मणि, श्वेता मिश्रा, सुमन राय, दीपिका शुक्ला, मंजुलता श्रीवास्तव, विनोद कुमार, अंकुर शुक्ला आदि लोग बताते हैं कि आए दिन हो रही बेतहाशा बिजली कटौती की मुसीबत को डीजल के बढ़ते रेट ने और बढ़ा दिया है। हाल ये है कि डेली 14-16 घंटे ही बिजली मिल रही है। ऐसे में जनरेटर का सहारा लेना पड़ रहा है। ऊपर से डीजल के बढ़त रेट के चलते जनरेटर पर होने वाला खर्च भी बढ़ गया है।

शुक्रवार को ये रहा रेट

फ्यूल रेट

पेट्रोल सादा 78.21

पेट्रोल स्पीड 80.51

डीजल 68.72

गुरुवार को ये रहा रेट

फ्यूल रेट

पेट्रोल सादा 77.93

पेट्रोल स्पीड 80.22

डीजल 68.50

बुधवार को ये रहा रेट

फ्यूल रेट

पेट्रोल सादा 77.69

पेट्रोल स्पीड 79.99

डीजल 68.31

कोट्स

डीजल के दाम बढ़ने से डेली पॉवर मेंटेनेंस का खर्च भी ज्यादा देना पड़ रहा है। इससे घर का बजट बिगड़ गया है।

- सोनिया सिंह, प्रोफेशनल

डेली घंटों बिजली कटौती हो रही है। सीएम सिटी होने के बाद भी ये हाल है। ऊपर से डीजल के रेट बढ़ने से पॉवर जनरेटर के लिए भी ज्यादा पैसे देने पड़ रहे हैं।

- पशुपति नाथ, प्रोफेशनल

जब बिजली इतनी ज्यादा जाएगी तो जनरेटर का इस्तेमाल भी अधिक होगा। ऊपर से डीजल का रेट भी बढ़ रहा है। इस पर लगाम लगाने की जरूरत है।

- डॉ। विनय पाठक, प्रोफेशनल