-फ‌र्स्ट पेपर का सेंटर अलग जबकि सेकंड का अलग बनाया सेंटर

-बीच मे सिर्फ दो घंटे का वक्त, कैंडिडेट्स परेशान

GORAKHPUR: यूपी टीईटी कैंडिडेट्स के लिए मुसीबत ही मुसीबत का सबब बना है। पहले फॉर्म भरने में परेशानी, फिर पेंमेंट में लोचा, इसके बाद एडमिट कार्ड डाउनलोड होने में परेशानी के बाद अब सेंटर्स ने कैंडिडेट्स की उलझन बढ़ा दी है। पहले पेपर का सेंटर 'ईरघाट' पड़ा है, तो वहीं दूसरा पेपर देने के लिए कैंडिडेट्स को 'पीरघाट' की दौड़ लगानी पड़ेगी। सेंटर के इस अजब अलॉटमेंट से कैंडिडेट्स परेशान हैं और उन्हें समझ में नहीं आ रहा है कि कौन सा पेपर दें और कौन सा छोड़ें।

अभ्यर्थियों की बढ़ी उलझन

अब तक ऑर्गनाइज होने वाले एग्जाम में कैंडिडेट्स को सुबह और शाम की मीटिंग में सेंटर-सेंटर की दौड़ नहीं लगानी पड़ती थी। लेकिन ऐसा शायद पहली बार हुआ है कि कैंडिडेट्स अपना फ‌र्स्ट पेपर एक सेंटर पर देगा, वहीं दूसरा पेपर देने के लिए उसे 10 किमी दूर दूसरे सेंटर की दौड़ लगानी पड़ेगी। नाम न छापने की शर्त पर एक कैंडिडेट ने बताया कि उसका एक सेंटर गोरखनाथ स्थित एक स्कूल में पड़ा है, जबकि दूसरा पेपर देने के लिए गीडा साइड की दौड़ लगानी पड़ रही है। इसमें सबसे ज्यादा परेशान ग‌र्ल्स कैंडिडेट हैं, जिन्हें एक सेंटर से दूसरे तक जाने में कम से कम एक घंटे का वक्त लग जाएगा।

भीड़ भी है बड़ा चैलेंज

टीईटी देने वाले कैंडिडेट्स के लिए भीड़ भी एक बड़ा चैलेंज है। ऐसा इसलिए कि सभी कैंडिडेट्स को एक सेंटर से दूसरे सेंटर पर सेकेंड पेपर देने के लिए जाना है। ऐसे में मार्केट में जाम की कंडीशन होना तय है। ऐसे में उनका एक घंटे का सफर कितनी देर में तय हो पाएगा, यह एक बड़ा सवाल है। वहीं, पहला पेपर 12.30 पर खत्म होगा, इसके बाद उन्हें बाहर निकलने में भी कुछ टाइम लगेगा। सेकेंड पेपर 2.30 से शुरू हो जाएगा, जहां 30 मिनट पहले ही एंट्री कर लेनी है। ऐसे में कैंडिडेट्स के बाद महज एक घंटे ही हैं, उसमें भी अगर वह जाम में फंस गए तो उनका पेपर छूटना तय है।

वर्जन

मेरी भाभी का सेंटर दो अगल-अलग सेंटर पर पड़ा है। दोनों सेंटर में काफी दूरी भी है, लेकिन बीच में वक्त सिर्फ दो घंटे का ही है। ऐसे में परेशानी हो रही है।

- डॉ। शोभित श्रीवास्तव, प्रोफेशनल

ऑप्शन यह है कि या तो एक पेपर छोड़ें या फिर आखिरी मिनट में दौड़-भाग कर सेंटर तक पहुंचे और एग्जाम दें। लेकिन अगर जाम लग गया, तो मुश्किलें बढ़ सकती हैं।

-आतिफ जफर, प्रोफेशनल