-कंफेडरेशन ऑफ आल इंडिया ट्रेडर्स की मीटिंग में उठी बात

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कंफेडरेशन ऑफ आल इंडिया ट्रेडर्स की बैठक लूकरगंज स्थित कार्यालय पर हुई। इसमें बैंकों के अनावश्यक बंदी से व्यापार पर होने वाले प्रभाव चर्चा की गई। कैट के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र गोयल ने कहा कि पिछले छह महीने के कभी त्योहारों पर छुट्टी के कारण तो कभी हड़ताल के कारण पांच-छह दिन तक लगातार बैंक बंद हो रहे हैं। इसका व्यापार पर बुरा प्रभाव पड़ने लगा है। व्यापारी के पास कैश हाथ में होते हुए भी वह माल नहीं मंगा पाता है। इतना ही नहीं, बैंक में भी पैसा पड़ा हो तो नेफ्ट और आरटीजीएस न हो पाने के कारण व्यापारी के पास माल की कमी होने लगती है।

होती है दिक्कत

इस दौरान विभू अग्रवाल ने कहा कि नोटबंदी और जीएसटी के बाद बुरी तरह प्रभावित व्यापार पर बैंक की बंदी पलीता लगाने का काम कर रही है। जब सरकार हड़ताल करने पर बैंक कर्मचारियों का वेतन काटती है तो उसको चाहिए कि व्यापारियों से भी उन हड़ताल के दिनों का ब्याज नहीं लिया जाए। ज्यादा नगदी जमा करने पर कोई चार्ज न लिया जाए। नगर उपाध्यक्ष अजय अवस्थी ने कहा कि व्यापारी का पैसा घूमता है तो व्यापार चलता है। बैंक के बंद हो जाने से काफी दिक्कत होती है। इस अवसर पर अजय गुप्ता, राजेश अग्रवाल, धनेंद्र केसरवानी, संजीव मिश्रा, अनुपम अग्रवाल, पियूष किराना, आशुतोष गोयल, राजमोहन पुरवार आदि मौजूद रहे।