- सीमा प्रधान और कुलविंद्र ने अध्यक्ष पद के लिए किया नामांकन

- दोनों के दावेदारों ने जुटाई भीड़, भारी दलबल के साथ पहुंचे

- कुलविंद्र के साथ तीनों विधायक और सांसद की रही मौजूदगी

- सीमा प्रधान ने कैबिनेट मंत्री के साथ किया नॉमिनेशन

- दोनों ही पार्टियों के लोगों ने जीत की दिखाई उम्मीद

Meerut : जिला पंचायत अध्यक्ष की असली लड़ाई शुरू हो चुकी है। मेरठ जिले से सिर्फ दो लोगों ने अपनी उम्मीदवारी की है। भाजपा से कुलविंद्र मुखिया और सपा से अतुल प्रधान की पत्‍‌नी सीमा प्रधान दोनों ने भारी दल बल के साथ नामांकन किया। एक ओर कुलविंद्र के साथ पार्टी के विधायक और सांसद खड़े हुए दिखाई दिए। वहीं सीमा प्रधान के साथ यूपी सरकार के कैबिनेट मंत्री के साथ कई जिला पंचायत सदस्य भी मौके पर दिखाई दिए। वैसे अतुल प्रधान ने 20 सदस्य मौके पर मौजूद होने का दावा किया है।

कुलविंद्र का शानदार रेला

करीब तीन महीने पहले किसी को भी इस बात की उम्मीद नहीं थी कि कि 23-24 साल का एक लड़का जिला पंचायत सदस्य की दावेदारी भी कर सकता है। भाजपा के सीनियर लीडर्स ने उसके पीछे मजबूती के साथ खड़े होंगे। शुक्रवार को कलक्ट्रेट में ये सब देखने को मिला। शहर विधायक को छोड़ सभी विधायक और सांसद मौजूद थे। यहां तक की नगर निगम के पार्षद भी कुलविंद्र के नॉमिनेशन में आए हुए थे। उम्मीद के मुताबिक गुर्जर समाज का भी एक बड़ा तबका मौजूद था।

जाएंगे तो सिर्फ चार

जैसे ही नॉमिनेशन के लिए कुलविंद्र और भाजपाई खेमा डीएम कोर्ट की ओर बढ़ा तो बैरियर पर रोक दिया गया। उनसे कहा गया कि सिर्फ चार लोग ही अंदर जा सकते हैं। सांसद और विधायकों की पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों से काफी देर तक बहस जारी रही। यहां तक की सांसद राजेंद्र अग्रवाल तक को अंदर एंट्री नहीं दी गई। जिसके बाद भाजपाइयों ने कहा कि जिस तरह से हमारे चार लोगों के अंदर भेजा गया है, उसी तरह से सत्ताधारी पार्टी के लोगों के साथ भी किया जाए। कुलविंद्र के साथ मीनाक्षी भराला और नतिन खटीक और एडवोकेट तरुण कुमार मौजूद रहे। नॉमिनेशन के बाद सभी लोग नारे लगाते हुए निकल गए।

सपाइयों के साथ गदगद सीमा अतुल

भाजपाइयों के जाने के बाद सपाइयों की भीड़ कलक्ट्रेट में जुट गई। अतुल प्रधान, सीमा प्रधान, एमएलसी सरोजनी अग्रवाल, कैबिनेट मंत्री शाहिद मंजूर, जिला अध्यक्ष जयवीर सिंह के अलावा कई लोग मौजूद थे। सबसे बड़ी बात तो ये थी कि सीमा के साथ सत्ताधारी दल के करीब आठ लोग नॉमिनेशन कराने के लिए कोर्ट में अंदर गए। लेकिन प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों में से किसी ने भी कोई रोक टोक नहीं की।

20 मेंबर्स साथ लाने का दावा

अतुल प्रधान ने नॉमिनेशन के दौरान दावा किया कि उनके साथ जिला पंचायत के 20 सदस्य मौके पर मौजूद हैं। जिनमें से 11 महिलाएं भी शामिल हैं। जबकि 5 मेंबर्स से बातचीत चल रही है। अगर अतुल प्रधान की इक्वेशन सही है तो सीमा प्रधान को कोई भी अध्यक्ष बनने से नहीं रोक सकता है। लेकिन चर्चा इस बात भी है कि उन्हीं पार्टी के जीते हुए नवाजिश मंजूर अतुल प्रधान को वोट नहीं कर रहे हैं। वैसे उन्हीं के पिता शाहिद मंजूर नवाजिश को मनाने का प्रयास कर रहे हैं। आपको बता दें कि अध्यक्ष की दावेदारी सपा हाईकमान के सामने नवाजिश ने भी रखी थी। लेकिन अतुल प्रधान के पार्टी में बढ़ते कद जिले में बढ़ती लोकप्रियता को देखते अध्यक्ष पद की दावेदारी उनकी पत्‍‌नी सीमा प्रधान को दी गई।

दोनों ओर से हुए जीत के दावे

वहीं दोनों ओर से जीत के दावे हुए। जहां एक ओर सांसद से लेकर विधायकों ने अध्यक्ष पद जीत को पक्की मानते हुए कहा कि पार्टी के पास पर्याप्त मेंबर्स हैं। जो कुलविंद्र को वोट करेंगे और जीत दिलाएंगे। अभी उन मेंबर्स का खुलासा नहीं कर रहे हैं। क्योंकि विरोधी खेमा कोई चाल भी सकता है। वहीं सपा खेमे ने जीत का दावा किया। सपा नेताओं ने कहा कि हम अपने मेंबर्स साथ लेकर आए हैं। हम ताल ठोंक कर सभी दिखा रहे हैं। अभी हमारे पास 20 मेंबर्स हैं। 5 से और बातचीत चल रही है। खैर 7 जनवरी को स्थिति स्पष्ट हो जाएगी कि दोनों में से मेंबर्स ने किसके साथ वफा की और किसके साथ बेवफाई?