33 सेंटर्स पर स्टाफ नर्स को किया जा रहा है अपग्रेड
बीमारियों के लिए इलाज के लिए लिख सकेंगी दवाएं
डॉक्टर्स की नामौजूदगी में उपलब्ध हो सकेगा इलाज
PRAYAGRAJ: डॉक्टर्स की कमी के बावजूद मरीजों को बेहतर इलाज उपलब्ध कराने के लिए स्वास्थ्य विभाग महत्वपूर्ण कदम उठाने जा रहा है. जिसके तहत हेल्थ सब सेंटर्स पर तैनात स्टाफ नर्सेज को अपग्रेड कर प्राइमरी ट्रीटमेंट के लायक बनाया जाएगा. मतलब वह पर्चे पर डॉक्टर्स की तरह दवाएं और जांच लिख सकेंगी. बीमारी अधिक काम्पि्लकेटेड होने पर मरीज को हाईटेक सेंटर पर रेफर किया जाएगा.
कहलाएंगे कम्युनिटी हेल्थ आफिसर
स्टाफ नर्सेज के साथ बीएससी नर्सिग वालों को भी छह माह की ट्रेनिंग दी जा रही है. इनको कम्युनिटी हेल्थ आफिसर के नाम से पुकारा जाएगा. बता दें कि जिले के सरकारी हॉस्पिटल्स में डॅाक्टर्स की जबरदस्त कमी है. संविदा के जरिए पोस्ट भरी जा रही है लेकिन अधिक सफलता नही मिल रही. ऐसे में प्रदेश सरकार चाहती है कि बीएससी नर्सिग व स्टाफ नर्सेज को अपग्रेड कर कम्युनिटी हेल्थ आफिसर बना दिया जाए. जिससे हेल्थ सब सेंटर्स पर आने वाले मरीजों को प्राइमरी इलाज मुहैया हो सके.
अभी 33 सेंटर, आगे बढ़ेगी संख्या
फिलहाल कुल 33 सेंटर्स में यह सुविधा दी जा रही है.
इसमें शहर और गांव दोनों शामिल हैं.
अधिकारियों का कहना है कि जल्द ही इनकी संख्या बढ़ेगी.
अधिक से अधिक हेल्थ सब सेंटर्स पर यह सुविधा मुहैया कराई जानी है.
इन सेंटर्स पर एक्सरे, अल्ट्रासाउंड सहित पैथोलाजी की सुविधा भी दी जाएगी.
मरीज को छोटी-छोटी बीमारियों के लिए प्राइवेट हॉस्पिटल्स के चक्कर नही काटने पड़ेंगे.
जल्द ही सभी स्टाफ नर्सेज की छह माह की ट्रेनिंग पूरी हो जाएगी
इसके बाद मरीजों को यह सुविधा उपलब्ध होगी.
उन्हें लैपटाप और एएनएम को टेबलेट मुहैया कराया जाएगा.
ताकि हाइटेक तरीके से वह सूचनाओं का आदान प्रदान कर सकें.
यह गवर्नमेंट का अच्छा कदम है. हेल्थ सब सेंटर्स को भी हाईटेक बनाया जा रहा है. सबसे अहम कि स्टाफ नर्सेज को अपग्रेड किया जा रहा है. वह मरीजों को प्राथमिक इलाज मुहैया करा सकेंगी.
वीके सिंह,
डिस्ट्रिक्ट प्रोजेक्ट मैनेजर, एनएचएम प्रयागराज