जिन्हें शहर संभालने की जिम्मेदारी दी गई है उन्हें भूलने की बीमारी है। इसीलिए वेडनेसडे को भी बिना परमिशन जुलूस निकालने वालों को नोटिस सर्व नहीं की जा सकी। ऑफिसर्स अपने दूसरे काम निपटाते रहे लेकिन सिटी के लिए टाइम नहीं मिला। जब उनसे पूछा गया तो वो बोले ध्यान नहीं रहा। सबकुछ याद रहता है लेकिन काम का याद नहीं है।

तीन दिन से बहानेबाजी

डीएम डॉ। हरिओम ने धारा-144 का उल्लंघन कर जुलूस निकाले जाने पर एक पॉलिटिकल पार्टी के ऑर्गनाइजर्स को नोटिस सर्व करने के आदेश दिए थे। इसका जिम्मा एडीएम सिटी शैलेन्द्र कुमार सिंह को दिया गया था। मगर, वेडनेसडे को भी नोटिस सर्व नहीं किए जा सके। एडीएम सिटी ने बताया कि उन्हें ध्यान नहीं रहा।

थर्सडे को निश्चित ही नोटिस सर्व कर देंगे। बताते चलें मंडे को एक पॉलिटिकल पार्टी ने सेंट्रल स्टेशन प्लेटफॉर्म नंबर-1 से जुलूस निकाला था। जुलूस में शामिल 400 गाडिय़ों और करीब 6,000 से ज्यादा कार्यकर्ताओं के हुजूम से शहर की ट्रैफिक व्यवस्था ध्वस्त हो गई थी। जुलूस धारा-144 लागू होने के बावजूद निकाला गया था। ऐसी स्थिति में धारा-188 के तहत कार्यवाही का प्रावधान है। इसमें सुनवाई के बाद दोषी के खिलाफ कोर्ट में मुकदमा चलता है।