- बैरकों के बाहर जमीन खोदकर छिपाए गए थे चार सिमकार्ड और मोबाइल

- डीएम और एसएसपी के छापे में गांजा, चिलम और लाइटर समेत भारी मात्रा में मादक पदार्थ भी मिले

तमाम कड़ाई और सर्च ऑपरेशन के बावजूद जिला जेल में बंदियों के पास से आपत्ति सामानों के मिलने का सिलसिला थम नहीं रहा है। रविवार की शाम भी सर्च ऑपरेशन में बैरकों के बाहर से नशीला पदार्थ, चाकू, सिमकार्ड और मोबाइल बरामद हुए। डीएम सुरेंद्र सिंह, एसएसपी आनंद कुलकर्णी, एसपी सिटी दिनेश कुमार सिंह समेत आधे जिले की फोर्स ने जेल पर एक साथ छापा मारा था। डीएम के निर्देश पर अज्ञात बंदियों के खिलाफ कैंट थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है।

चाकू देखकर हैरान हुए अफसर

शाम लगभग पांच बजे डीएम, एसएसपी समेत कई सर्किलों की फोर्स एक साथ जिला जेल पहुंची। अफसरों को अचानक दरवाजे पर देखकर जेल स्टाफ में हड़कंप मच गया। डीएम और एसएसपी तत्काल बैरकों में पहुंचे और तलाशी शुरू करने के आदेश दिए। बैरक नंबर दो और तीन के बाहर ताजी मिट्टी देखकर अफसरों ने वहां खोदाई करने को कहा। खोदाई होते ही सबकी नजरें फटी रह गई। जमीन में छिपाकर गांजा, चरस, चिलम, लाइटर, माचिस आदि रखे गए थे। दूसरी जगह खोदाई करने पर एक मोबाइल, चार सिमकार्ड और एक चाकू भी मिला। इसपर डीएम और एसएसपी ने जेल के अफसरों को भी फटकार लगाई।

बंदीरक्षकों की हुई तलाशी

लखनऊ जेल में बंद पूर्व मंत्री गायत्री प्रजापति तक एक बंदीरक्षक ने मोबाइल और सिमकार्ड पहुंचाया था। इस खुलासे के बाद अफसरों ने जेल के बंदीरक्षकों को भी लाइन में खड़ा कराकर उनकी जामा तलाशी कराई। हालांकि बंदीरक्षकों के पास कुछ आपत्तिजनक नहीं मिला। कुछ बंदियों के पास रुपये मिले है। एसएसपी ने इसपर भी जेल अफसरों को निगरानी रखने को कहा है। निर्देश दिया कि नियमानुसार बंदियों को 150 रुपये महीने का कूपन दिया जाए।