मानवाधिकार कार्यकर्ता ने की कंप्लेन

human right एक्टिविस्ट रोहित नैयर ने डीएम से कंप्लेन की है कि ताज लिटरेचर फेस्टिवल के लास्ट डे ताज नेचर वॉक में साहित्यक चर्चा के दौरान उपन्यासकार जीत थायल ने महिलाओं के सम्मान पर चोट पहुंचाने वाली 'गंदी बातÓ माइक से बार-बार बोली थी। इस दौरान शहर की हस्तियों के साथ डीएम-एसएसपी आदि प्रशासनिक अधिकारी भी वहां मौजूद थे। मानवाधिकार कार्यकर्ता ने इस घटना को नारी अस्मिता पर चोट बताते हुए मामले में राइटर जीत थायल पर सबक देने वाली कार्रवाई की मांग की है। डीएम नहीं मिले, ओएसडी ले ली शिकायत  

human right एक्टिविस्ट नैयर मंडे अपराह्न में कंप्लेन लेकर डीएम जुहेर बिन सगीर के कैंप ऑफिस पहुंचे। वह डीएम से इस मामले में मुलाकात भी करना चाहते थे लेकिन डीएम नहीं मिले। उनकी गैर हाजिरी में कंप्लेन लैटर कैम्प ऑफिस के ओएसडी दिनेश वर्मा को सौंपकर उसकी रिसीविंग ली। अपने कंप्लेन लैटर के साथ नैयर ने आई नेक्स्ट न्यूजपेपर की वह कॉपी संलग्न की है, जिसमें घटना की विस्तृत खबर है. 

हाजरा पगर भी कार्रवाई की मांग

मानवाधिकार कार्यकर्ता ने धूम्रपान प्रतिषेध अधिनियम लागू होने के बाद भी साहित्यक मंच पर सार्वजनिक रूप से लेखक इंद्रजीत हाजरा द्वारा सिगरेट पीने पर भी आपत्ति की है। इंद्रजीत के अगेंस्ट भी लीगल एक्शन लेने के लिए डीएम से अनुरोध किया है।

तो जाएंगे आयोग

मानवाधिकार कार्यकर्ता रोहित नैयर का कहना है कि उनको उम्मीद है कि डीएम साहब ही एक्शन ले लेंगे। डीएम ने यदि उनकी कंप्लेन पर एक्शन नहीं लिया तो वह इस मसले को लेकर राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग का दरवाजा खटखटाएंगे। नहीं पूछा था पहले

साहित्यकार डॉ। शशि तिवारी का कहना है कि गंदे शब्द के लिए पहले ही पब्लिक से पूछ लिया था, यह कहना सरासर गलत है। बार-बार शब्द बोले जाने पर किसी ने आपत्ति कर दी थी। उसके बाद एक महिला ने सवाल किया तब तथाकथित साहित्यकार ने जरूर उस महिला से गंदे शब्द को बोलने के लिए पूछा जिस पर उस महिला ने मना कर दिया था। जीत थायल पहले ही पूछने की बात कहकर अब खुद को बचाने की कोशिश ही कर रहे है।