-कुंभ मेले में शासन ने भेजी है मोबाइल फूड टेस्टिंग लैब

-दूसरे शहर में जंाच के लिए नहीं भेजे जाएंगे सैंपल

PRAYAGRAJ: मेले में मिलावटखोरों के लिए अच्छी खबर नहीं है। शक होने पर उनके खाद्य पदार्थो की फूड सैंपलिंग और जांच फटाफट हो जाएगी। रिपोर्ट में मिलावट मिलने पर तत्काल एक्शन भी होगा। शासन की ओर से स्पेशल कुंभ के लिए मोबाइल फूड टेस्टिंग लैब भेजी जा रही है। यह लैब पूरे मेले में घूमती रहेगी। मिलावटखोरों पर लगाम लगाने के लिए खाद्य सुरक्षा विभाग ने फुल-प्रूफ व्यवस्था किए जाने का दावा किया है।

शिकायत करते ही मिलेगा रिस्पांस

कुंभ में लगने वाली खानपान की दुकानों में क्या बिक रहा है और इसकी क्वालिटी क्या है? इस बारे में शासन को पूरी चिंता है। यही कारण है कि इस बार मेले में चार मोबाइल फूड टेस्टिंग लैब लगाई जा रही हैं। इनमें से एक वैन आ चुकी है और बाकी तीन 14 जनवरी से पहले आ जाएगी। अगर कोई किसी दुकान में मिलावट की शिकायत करता है तो यह लैब पलक झपकते ही वहां पहुंचकर जांच करेगी। सैंपल की जांच रिपोर्ट भी तुरंत मिलेगी और इसके आधार पर कार्रवाई की जाएगी।

भंडारे पर भी रहेगी नजर

संस्थाओं द्वारा मेले के दौरान कराए जाने वाले भंडारों और लंगरों पर भी विभाग की नजर रहेगी। इनमें वितरित किए जान वाले खाने की जांच भी किए जाने के आदेश शासन द्वारा दिए गए हैं। हालांकि विभागीय अधिकारियों का कहना है कि बिना संदेह ऐसा कोई कदम नही उठाया जाएगा। जानकारी के मुताबिक प्रत्येक जोन में एक फूड इंस्पेक्टर की ड्यूटी लगाई जा रही है। इनके अंडर में छह सुपरवाइजर भी रहेंगे। पहली बार मेले में दो चीफ फूड इंस्पेक्टर की तैनाती की गई है। इनमें से एक मेला और दूसरा वीआईपी मूवमेंट का कामकाज संभालेगा।

सभी को करवाना होगा रजिस्ट्रेशन

मेले में लगने वाली दुकानों को तीन माह के लिए खाद्य सुरक्षा विभाग से फूड रजिस्ट्रेशन करवाना होगा। बिना इसके दुकान का संचालन करने पर नोटिस या जुर्माने का सामना करना पड़ सकता है। अधिकारियों का कहना है कि मेले में हजारों की संख्या में दुकाने खुलेंगी और सभी खानपान की दुकानों का रजिस्ट्रेशन होना जरूरी है। खुद विभागीय अधिकारी जाकर इसके लिए उनसे बातचीत करेंगे। फूड सेफ्टी आफिसर राजेश यादव का कहना है कि मेले में आने वाले श्रद्धालुओं को बेहतर खानपान मुहैया कराना विभाग की प्राथमिकता में शामिल है।

मेले में संदेह के आधार पर लिए गए सैंपल की जांच रिपोर्ट देर से मिली तो मिलावटखोर पर एक्शन लेना मुश्किल होगा। इसीलिए मोबाइल वैन मंगाई गई हैं। एक वैन आ चुकी है और बाकी तीन जल्द तैनात हो जाएंगी। फटाफट जांच कर रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।

-डॉ। एसपी सिंह, डीओ, खाद्य सुरक्षा विभाग प्रयागराज