- लाइसेंस शुल्क के अलावा चिकित्सकों से वसूलता था 200 रुपए

-स्टिंग में फंसा था, नगर आयुक्त ने किया निलंबित

Meerut : चिकित्सकों, नर्सिग होम तथा अन्य स्वास्थ्य केंद्रों की लाइसेंस फीस जमा कराने के बदले चिकित्सकों से 200 रुपये प्रत्येक की अवैध वसूली करते हुए स्टिंग में फंसे नगर निगम के लाइसेंस अनुभाग के चपरासी को नगर आयुक्त ने निलंबित कर दिया है। इस मामले की जांच उन्होंने प्रभारी उप नगर आयुक्त दिनेश यादव को सौंपी है।

नगर आयुक्त ने की कार्रवाई

लंबे विवाद के बाद अब शहर के चिकित्सक नगर निगम से लाइसेंस प्राप्त करने तथा लाइसेंस शुल्क जमा कराने के लिए राजी हो गए हैं। लेकिन लाइसेंस अनुभाग का चपरासी चिकित्सकों से लाइसेंस शुल्क के साथ जबरन 200 रुपये की अवैध वसूली कर रहा था। 200 रुपये न देने पर वह कई गुना जुर्माना लगवा देने की चेतावनी भी चिकित्सकों को देता था। किला रोड स्थित सर्वोदय नर्सिग होम के मालिक व एक अन्य चिकित्सक से अवैध वसूली करते हुए वह स्टिंग में फंस गया। पीडि़त चिकित्सकों नागेंद्र सिंह व राकेश शर्मा ने सोमवार को नगर आयुक्त से मिलकर स्टिंग की डीवीडी व शिकायती पत्र सौंपा तथा उक्त कर्मचारी के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की मांग की। नगर आयुक्त एसके दुबे ने बताया कि उक्त चपरासी शादाब को निलंबित कर दिया गया है। विभागीय जांच व कार्रवाई के लिए प्रभारी उप नगर आयुक्त दिनेश यादव को जांच सौंप दी।

निगम जनता की सेवा के लिए है न कि उनके उत्पीड़न के लिए। इस प्रकार की शिकायत वाले कर्मियों को बख्शा नहीं जाएगा।

एसके दुबे

नगरायुक्त, मेरठ