JAMSHEDPUR: टाटा मेन हॉस्पिटल (टीएमएच) में डॉक्टरों की कमी है। कुछ डॉक्टरों से एप्वाइंटमेंट लेने में 15-15 दिन लग जा रहे हैं। मैं खुद 15 दिन से स्किन स्पेशलिस्ट के एप्वाइंटमेंट का इंतजार कर रहा हूं। यह सवाल कोक प्लांट के कमेटी मेंबर करम अली खान ने बुधवार को हुए 'डॉक्टर ऑनलाइन' में किया।

इसका जवाब देते हुए टाटा स्टील के महाप्रबंधक (मेडिकल सर्विसेज) रंजन चौधरी ने कहा कि कुछ डॉक्टर मई महीने से लिए जा रहे हैं। इसके बाद इस तरह की समस्या में कमी आएगी। करम अली का दूसरा सवाल दवा काउंटर की परेशानी से संबंधित था। उन्होंने बताया कि कई बार एक दवा लेने के लिए तीन से चार काउंटर के चक्कर लगाने पड़ते हैं। 15-20 मिनट लाइन में लगने के बाद बताया जाता है कि यह दवा अमुक काउंटर में मिलेगी। परेशानी तब होती है जब उस काउंटर में किसी दूसरे काउंटर का रेफरेंस दिया जाता है।

किया जाएगा सुधार

इस पर महाप्रबंधक ने कहा कि यदि ऐसा हो रहा है, तो गलत है। इसमें सुधार किया जाएगा। मरीज को दवा उसी काउंटर से मिलेगी, जहां वह लाइन में लगेगा। इसी तरह एचएसएम के कमेटी मेंबर शेखर पाल ने कहा कि मरीज जब अस्पताल से डिस्चार्ज हो जाता है, तो उसके बाद उसे दवा मिलना बंद हो जाता है। इस पर जीएम ने कहा कि सिस्टम में सुधार किया जा सकता है। डिस्चार्ज के बाद वह स्पेशलिस्ट काउंटर से दवा ले सकता है। सिक्योरिटी विभाग के कर्मचारी धनंजय ने कहा कम उम्र में नशा करने से आगे परेशानी बढ़ सकती है? महाप्रबंधक ने कहा कि हां, उसे अविलंब नशे की आदत छुड़ानी होगी। सचमुच आगे चलकर उसे गंभीर बीमारी हो सकती है। गोमाडीह माइंस के एक कर्मचारी ने एंजियोप्लास्टी के बाद हार्ट की स्थिति जानना चाहा, जिस पर कार्डियोलाजी विभाग के हेड डॉ। मंदार साहा ने कहा कि आप टीएमएच आएं। चेकअप के बाद ही कुछ कहा जा सकता है। इससे पूर्व डॉ। साहा ने हृदय रोग पर विस्तृत जानकारी दी।