वाशिंगटन (पीटीआई)। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोमवार को वहां की संसद में कहा है कि नई दिल्ली अमेरिका को अपने बाजारों में सही भरोसा दिलाने में विफल रहा है, इसलिए वह भारत और तुर्की को जनरलाइज्ड सिस्टम ऑफ प्रिफरेंस (जीएसपी) के तहत दिया जाने वाला लाभार्थी विकासशील देश का दर्जा खत्म करने जा रहे हैं। ट्रंप की इस घोषणा से भारत के व्यापर में बड़ी गिरावट आएगी। बता दें कि अमेरिका के GSP प्रोग्राम के तहत लाभार्थी विकासशील देशों के प्रोडक्ट्स पर यूएस में कोई आयात शुल्क नहीं लगता। भारत को इससे अमेरिका में सबसे ज्यादा फायदा मिलता है। इस प्रोग्राम के तहत भारत को यूएस में 5.6 अरब डॉलर (करीब 40,000 करोड़ रुपए) के एक्सपोर्ट पर छूट मिलती है।

भारत को होगा भारी नुकसान

तुर्की, इस प्रोग्राम के तहत अमेरिका में फायदा हासिल करने वाला दुनिया का पांचवां सबसे बड़ा देश है। तुर्की को यूएस में 1.7 अरब डॉलर (करीब 12,000 करोड़ रुपये) के एक्सपोर्ट पर छूट मिलती है। संसद में ट्रंप ने कहा, 'मुझे यह कदम इसलिए उठाना पड़ रहा है क्योंकि भारत सरकार ने अपने वादे को पूरा नहीं किया है। भारत ने अमेरिका को यह भरोसा दिलाया था कि वह भारत के बाजारों में यूएस को न्यायसंगत और उचित पहुंच मुहैया कराएगा लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ। मैं यह आकलन करना लगातार जारी रखूंगा कि क्या भारत सरकार ने जीएसपी पात्रता मानदंड के अनुसार, अपने बाजारों में अमेरिकी समान को उचित पहुंच दी है या नहीं।'

तुर्की की बढ़ी अर्थव्यवस्था

इसके अलावा, बता दें कि अमेरिका कई दिनों से भारतीय आयात पर टैरिफ बढ़ाने की भी धमकी दे रहा है। इसके बाद तुर्की के लिए अमेरिका का कहना है कि जीएसपी का दर्जा मिलने बाद करीब साढ़े चार दशक में तुर्की की अर्थव्यवस्था काफी बढ़ी है। वहां की गरीबी में कमी और सकल राष्ट्रीय आय (जीएसपी) में बढ़ोतरी हुई है।

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