- 15 वर्षो से जुगाड़ पर चल रही सीटी स्कैन मशीन की ट्यूब शॉर्ट हो जाने से कंपनी ने भी किए हाथ खड़े

- बाहर से दोगुने रेट पर सीटी स्कैन करवाने को मजबूर मरीज, 2 हफ्ते से खराब मशीन

देहरादून, बीते 25 फरवरी से दून हॉस्पिटल की सीटी स्कैन मशीन खराब पड़ी है जिससे एमआरआई मशीन पर लोड पड़ गया है. 15 वर्षो से जुगाड़ पर चल रही सीटी स्कैन मशीन की ट्यूब शॉर्ट हो जाने से कंपनी ने भी हाथ खड़े कर दिए हैं. ऐसे में फिलहाल नई मशीन का इंतजार हो रहा है. जिन मरीजों को इमरजेंसी के कारण सीटी स्कैन की आवश्यकता है ऐसे मरीजों की एमआरआई कराई जा रही है. बाकी मरीज लगभग दोगुने रेट पर प्राइवेट में सीटी स्कैन कराने को मजबूर हैं.

एमआरआई मशीन पर बढ़ा लोड

2 हफ्ते से भी ज्यादा समय बीत जाने के बाद दून हॉस्पिटल में सीटी स्कैन मशीन चालू नहीं हो पाई है. पहले तो कंपनी ने 40 लाख से ज्यादा का खर्चा बताया लेकिन अब मशीन को ठीक करने से हाथ खींच लिए हैं. दून हॉस्पिटल में रोजाना औसत 35 से 40 सीटी स्कैन होते हैं, जबकि 20

एमआरआई किए जाते हैं. सीटी स्कैन मशीन खराब हो जाने के बाद पूरा लोड एमआरआई मशीन पर पड़ गया है. जिसमें इमरजेंसी केस को ही लिया जा रहा है और 30 एमआरआई किए जा रहे हैं.

सीटी स्कैन का बाहर दोगुना रेट

दून हॉस्पिटल में सिर का सीटी स्कैन 1418 रुपये,पूरे शरीर का सीटी स्कैन 2126 रुपये में होता है, जबकि बीपीएल मरीजों की जांच फ्री में होती है. वहीं प्राइवेट रेडियोलॉजी सेंटर में सिर का सीटी स्कैन 2500 और पूरे शरीर का 5 से 6 हजार रुपये में होता है. इधर, दून मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. आशुतोष सयाना ने बताया कि नई सीटी स्कैन मशीन खरीदने की प्रक्रिया में तेजी लाने के निर्देश दिए गए हैं. उम्मीद है कि जल्द नई मशीन आ जाएगी.