20 वर्ष पुरानी ईको मशीन 7 माह बाद फिर हुई खराब

3 लाख रुपए खर्च करने के बाद भी नहीं चली मशीन

देहरादून,

राजकीय दून मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल की बूढ़ी मशीनों ने मरीजों का दम निकाल दिया है. आए दिन मशीनों के खराब होने से मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. हार्ट संबंधी जांच करने वाली 20 वर्ष पुरानी ईको मशीन एक बार फिर खराब हो गई है. इस मशीन को हॉस्पिटल प्रबंधन द्वारा 7 माह पहले ही रिपेयर कराया गया था. मशीन की रिपेयरिंग में 3 लाख रुपए का खर्चा आया था. एक बार फिर मशीन के खराब हो जाने से हॉस्पिटल प्रबंधन ने एक कमेटी बनाकर मशीन की रिपेयर करने को लेकर जांच बिठाई है.

इलाज के बाद अब जांच भी बंद

दून हॉस्पिटल में हार्ट का इलाज इलाज पहले से ही नहीं हो रहा है, लेकिन अब जांच भी बंद हो गई है. हॉस्पिटल में करीब 2 वर्ष से कार्डियोलॉजिस्ट नहीं है. कुछ समय से मैक्स हॉस्पिटल दिल्ली के सीनियर कार्डियोलिस्ट डॉ. राहुल चंदोला दून हॉस्पिटल में हर सैटरडे को फ्री ओपीडी कर रहे हैं. ऐसे में ईको मशीन का खराब होना मरीजों के लिए नई परेशानी ले कर आया है.

7 महीने पहले की थी रिपेयर

20 वर्ष पुरानी ईको मशीन को 7 माह पहले ही रिपेयर कराया गया था, इसमें 3 लाख का खर्चा आया था. इतने कम समय में मशीन के खराब हो जाने से हॉस्पिटल प्रबंधन के सामने मुश्किलें खड़ी हो गई है. आनन-फानन में हॉस्पिटल प्रबंधन ने इसकी जांच के लिए 3 सदस्यीय टीम का गठन किया है. इधर कंपनी ने फिर से रिपेयर करने के लिए एडवांस पैसे की डिमांड कर दी है. दून हॉस्पिटल के एमएस डॉ. केके टम्टा ने बताया कि पहले इस बात की जांच होगी कि जो रिपेयर पहले कराई गई थी, उसमें क्या कमी रह गई थी. तब तक मशीन को रिपेयर करने के लिए कोई भुगतान नहीं होगा.

बूढ़ी मशीनें कर रही परेशान

दून हॉस्पिटल में बूढ़ी मशीनें आए दिन मरीजों को परेशान कर रही हैं. बीते 25 फरवरी से दून हॉस्पिटल की सीटी स्कैन मशीन खराब पड़ी है, जिससे एमआरआई मशीन पर लोड पड़ गया है. सीटी स्कैन मशीन 15 वर्ष पुरानी है, जिसके बदले नई मशीन खरीदने के निर्देश दिए गए हैं. इसके अलावा एमआरआई मशीन भी पुरानी हो गई है, जिसके विकल्प के तौर पर नई मशीन खरीदने का प्रस्ताव भी भेजा जा चुका है. इतना ही नहीं डायलिसिस की 2004 में खरीदी गई मशीनों का सही तरीके से रखरखाव पूर्व में नहीं किया गया. जिससे तीनों मशीन कई बार ठप हो गई हैं. इन मशीनों पर भी रिपेयर के नाम पर लाखों रुपए खर्च हो चुके हैं. जो जुगाड़ पर चल रही हैं.

नई मशीनों के लिए प्रस्ताव

हालांकि दून हॉस्पिटल प्रबंधन ने पुरानी मशीनें रिप्लेस कर नई मशीने खरीदने के लिए प्रस्ताव तैयार किया है जिसमें तीन पोर्टेबल एक्स-रे मशीन, 64 स्लाइस की सीटी स्कैन मशीन, तीन सामान्य एक्स-रे मशीन, दो सीआर-कंप्यूटर रेडियोग्राफी मशीन शामिल है. लेकिन, अकेले सीटी स्कैन मशीन करीब 7 करोड़ की बताई जा रही है. जबकि अभी तक दून हॉस्पिटल को 2 करोड़ रुपए का ही बजट मिला है. ऐसे में बजट का जुगाड़ करना भी हॉस्पिटल प्रबंधन के लिए बड़ा चैलेंज साबित हो रहा है.

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ईको मशीन को 7 माह पहले ही रिपेयर कराया गया था. इसकी जांच के लिए कमेटी गठित की गई है. सीटी स्कैन और एमआरआई मशीन को खरीदने का प्रस्ताव बनाया जा चुका है.

डॉ. केके टम्टा,

एमएस, दून हॉस्पिटल