दिल की बीमारी नहीं गैस थी
पेशे से सॉफ्टवेयर इंजीनियर और हरमू के रहनेवाले आशीष को अक्सर सीने में दर्द की शिकायत रहती थी। पेट में भी वे जलन महसूस करते थे और उन्हें कभी-कभी बांहों में भी दर्द होता था। उन्होंने सीने में दर्द का सिंपटम गूगल में टाइप किया और गूगल ने बताया कि उन्हें दिल की बीमारी है। ऐसे में उन्हें हार्ट अटैक भी हो सकता है। डरे और घबराए आशीष ने अपने फैमिली डॉक्टर से सलाह ली। पूरी तरह जांच करने के बाद डॉक्टर ने उन्हें बताया कि सीने में दर्द की शिकायत की वजह दिल की बीमारी नहीं बल्कि गैस है। ऑफिस में बैठे-बैठे कब उन्हें गैस की बीमारी हो गई वे जान नहीं पाए। डॉक्टर ने उन्हें बताया कि अच्छा हुआ कि आपने डॉक्टर की सलाह ली केवल गूगल पर भरोसा करते तो पता नहीं क्या होता। यह सुनकर आशीष के भी जान में जान आई और फैमिली मेंबर्स ने भी राहत ली।
अपोलो के न्यूरोसाइकियाट्रिस्ट डॉ पवन कुमार बर्णवाल ने बताया कि गूगल बीमारी और उसका इलाज बताने में हेल्प करने के लिए है लेकिन वह डॉक्टर नहीं है। इसलिए अगर किसी हेल्थ प्रॉब्लम को लेकर किसी को कोई कनफ्यूजन है तो वह गूगल की सलाह ले सकता है, लेकिन इलाज उसे डॉक्टर की सलाह लेने के बाद ही करना या करवाना चाहिए। वहीं देवकमल हॉस्पिटल के प्लास्टिक सर्जन डॉ अनंत सिन्हा ने बताया कि गूगल जानकारी देता है और उस जानकारी का लोग उपयोग कर सकते हैं, लेकिन गूगल इलाज नहीं कर सकता। यह संभव है कि हर दस में से पांच बार गूगल सही इलाज बताए, लेकिन जब यह गलत होगा तो ये जानलेवा हो सकता है।

कॉमन सिम्पटम भी होते हैं
एक्सपर्ट की मानें तो सोसाइटी में हेल्थ कांशसनेस बढ़ी है। ये भी सही है कि गूगल जानकारियों का अथाह खजाना है, लेकिन इसका मतलब यह कतई नहीं कि किसी भी सिम्पटम को गूगल पर सर्च करने से जो बीमारी निकलकर आएगी, वही बीमारी आपको भी हो। वैसे भी कई बीमारियों के कई कॉमन सिम्पटम होते हैं। गूगल आपके द्वारा डाले गए सिम्पटम की सटीक बीमारी की जानकारी नहीं देता।

जा सकती है जान
डॉक्टर्स की मानें तो गूगल की सलाह पर दवाइयां लेना जानलेवा हो सकता है। कई बार दवाओं के रिएक्शन से मरीज की जान भी जा सकती है। अगर गूगल आपके सिम्पटम की बीमारी बीपी या हार्ट प्रॉब्लम बताता है और आप उसके अनुसार दवाएं लेना शुरू करते हैं तो दिक्कत बढ़ सकती है। डॉक्टर की सलाह के बिना दवाइयां नहीं लेनी चाहिए। गलत दवा लेने से जान भी जा सकती है। अगर कोई प्रॉब्लम हो तो तुरंत डॉक्टर से कंसल्ट करना चाहिए। गूगल में सेक्सुअल डिजीज से रिलेटेड प्रॉब्लम सबसे ज्यादा सर्च किए जाते हैं। ऐसे मामलों में पेशेंट्स डॉक्टर के पास जाने से हिचकचाते हैं और गूगल का सहारा लेते हैं, लेकिन डॉक्टर्स कहते हैं कि ऐसे मामलों में डॉक्टर्स से कंसल्ट करना जरूरी होता है।