- फातिमा बाईपास रोड पर अब तक

नाला निर्माण पूरा नहीं करा सका नगर निगम

- अप्रैल तक पूरा हो जाना था काम, बारिश में इस बार भी 20 हजार लोग झेलेंगे वॉटर लॉगिंग

GORAKHPUR: पादरी बाजार एरिया की 20 हजार आबादी इस बरसात नगर निगम की सुस्ती की कीमत चुकाएगी। हर साल इलाके के मोहल्लों में होने वाली वॉटर लॉगिंग की समस्या मिटाने के लिए निगम ने फातिमा बाईपास रोड की दोनों पटरियों पर जनवरी 2018 में डेढ़ करोड़ की लागत से नाला निर्माण शुरू कराया था। अधिकारियों का दावा था कि इस कार्य को अप्रैल अंत तक पूरा कर लिया जाएगा। जिससे बरसात के सीजन में आसपास के मोहल्लों में वॉटर लॉगिंग की समस्या नहीं होगी। लेकिन जिम्मेदारों का वादा कोरा ही साबित हुआ। हाल ये कि अब तक 50 प्रतिशत कार्य ही हो सका है। वहीं, मोहल्लों की स्थिति यह है कि प्रस्ताव के बाद भी छोटे नालों का निर्माण लटका पड़ा है।

बिना नालियों के मोहल्ले

वार्ड नंबर 28 जंगल सालिकराम एरिया का दायरा काफी बड़ा है। इस वार्ड की आबादी करीब 20 हजार है। नालों की प्रॉपर व्यवस्था न होने के चलते बरसात बिन ही यहां के मोहल्लों में वॉटर लॉगिंग की समस्या बनी रहती है। बरसात में तो स्थिति नारकीय हो जाती है। वार्ड को वॉटर लॉगिंग की समस्या से निजात दिलाने के लिए पार्षद 22 से अधिक प्रपोजल तैयार कर नगर निगम के अधिकारियों को सौंप चुके हैं। बावजूद इसके इस पर विचार नहीं किया गया। इसी का नतीजा है कि वार्ड के चारपुरवा, शताब्दीपुरम, इंद्रप्रस्थपुरम, मानस विहार कॉलोनी आदि तमाम मोहल्ले बारिश के समय पूरी तरह जलमग्न हो जाते हैं। हाल ये कि पांच साल से यहां के तमाम मोहल्ले नालियों से वंचित हैं। लोगों का कहना है कि नगर निगम को हाउस टैक्स, वॉटर टैक्स और सीवर टैक्स जमा करने के बाद भी जिम्मेदार बुनियादी सुविधाएं नहीं दिला रहे हैं। नालियां न होने से यहां सालभर जल निकासी का संकट बना रहता है। कई गलियों में तो लोग गंदे पानी से होकर ही गुजरने को मजबूर हैं।

बड़ा नाला भी रह गया अधूरा

लगातार पब्लिक के दबाव पर चार माह पहले नगर निगम ने पादरी बाजार पुलिस चौकी से खजांची चौराहे तक दोनों पटरियों पर नाला निर्माण की योजना शुरू की। इसके तहत टुकड़ों में तीन ठेकेदारों को काम सौंपा गया। दो ठेकेदारों ने तो अपने हिस्से का काम पूरा करा दिया लेकिन एक ठेकेदार अब तक काम पूरा नहीं कर सका है। हाल ये कि अभी भी नाले का तकरीबन 50 प्रतिशत काम बाकी है। ऐसे में साफ है कि अगर बरसात से पहले इस नाले का निर्माण पूरा नहीं हुआ तो इस बार भी वार्ड के मोहल्लों का डूबना तय है।

इन मोहल्लों को झेलनी पड़ती है वॉटर लॉगिंग

- चारपुरवा

- शताब्दीपुरम

- इंद्रप्रस्थपुरम

- मानस विहार

- बैंक कॉलोनी

- वार्ड की आबादी - 20 हजार

कोट्स

अभी तक बड़े नाले का निर्माण पूरा नहीं हुआ है। जिसकी वजह से बारिश में और दिक्कत होने वाली है। इलाके वालों को हर बार वॉटर लॉगिंग की समस्या से दो चार होना पड़ता है।

प्रद्युम्न कुमार सिंह, प्रोफेशनल

शहर का रिनाउंड इलाका होने के बाद भी यहां नालियों का निर्माण नहीं कराया गया है। इसके चलते जलजमाव की स्थिति बनी रहती है।

- शक्ति प्रसाद, प्रोफेशनल

बरसात से पहले फातिमा बाईपास पर बनने वाले नाले के निर्माण को पूरा कराने के लिए कई बार संबंधित ठेकेदार से बात की गई है। सिर्फ आश्वासन दिया जाता है। जहां तक एरिया में नालियों के निर्माण का सवाल है, उसके लिए नगर निगम में प्रस्ताव बनाकर भेजा गया है।

- अनिल सिंह, पार्षद प्रतिनिधि

वर्जन

बड़े नाले पर निमार्ण कार्य चल रहा है जिसे बारिश से पहले ही पूरा कर लिया जाएगा। वहीं पार्षद के प्रस्ताव पर भी विचार किया जा रहा है। जल्द ही मोहल्लों की समस्या दूर कर ली जाएगी।

- प्रेम प्रकाश सिंह, नगर आयुक्त