प्रमुख सचिव गृह और डीजीपी ने की कांवड़ यात्रा के संबंध में कानून एवं शांति व्यवस्था की समीक्षा

डीजीपी ने कहा कि विभाग बनाए अपना कंटीजेंसी प्लान-डीजीपी

Meerut। ऐतिहासिक कांवड़ यात्रा 28 जुलाई से आरंभ होने जा रही है, इसके तहत शुक्रवार को प्रमुख सचिव गृह अरविंद कुमार और डीजीपी ओपी सिंह ने मेरठ का दौरा किया। साथ ही कमिश्नरी सभागार में आयोजित बैठक में भाग लिया। बैठक में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशों का हवाला देते हुए प्रमुख सचिव गृह ने अधिकारियों को सुरक्षा और व्यवस्था के कड़े सख्त निर्देश दिए गए। बता दें कि 28 जुलाई से 2 अगस्त तक एनएच-58 एकल मार्ग और 3 से 9 अगस्त तक पूर्ण बंद होगा।

यह दिए निर्देश

कांवडि़यों की सुरक्षा ड्रोन, हेलीकॉप्टर और सीसीटीवी कैमरों से होगी।

शिवभक्त कांवडि़यों पर हेलीकॉप्टर से पुष्पवर्षा होगी।

वॉच टावर लगेंगे, कावंड़ मार्ग पर एलईडी लाइटों से प्रकाश व्यवस्था होगी।

कांवड़ मार्ग की शराब व मीट की दुकाने बंद होंगी।

प्रत्येक जनपद में एकीकृत कंट्रोल रूम स्थापित होगा।

31 जुलाई से पूर्व सभी पीआरवी वैन को जीपीएस युक्त कर लिया जाए।

हर 8 किमी पर एक पीआरवी लगायी जाए, जिससे घटना की सूचना घटनास्थल तक कम समय में पहुंचा जा सके।

व्हाट्सऐप गु्रप बनाकर सूचनाओं का आदान-प्रदान करें।

थानों में शांति समिति की बैठक के साथ ही कांवड़ समितियों की बैठक करें और उन्हें बताएं कि कांवड़ यात्रा के दौरान क्या करें।

मिश्रित आबादी वाले क्षेत्रों में विशेष ध्यान देने दें।

महिला कावंडि़यों की संख्या 15 से 20 प्रतिशत तक आंकी जा रही है।

महिला कांवडि़यों के लिए शिविरों में अलग शौचालय, स्नान गृह बनवाएं।

विभागों की जिम्मेदारी

बैठक में प्रमुख सचिव ने सभी विभागों की जिम्मेदारी निर्धारित की। खासकर चिकित्सा विभाग को सजग रहने के निर्देश दिए। बिजली के जर्जर तारों को बदलने, ढीले तारों को बांधने, खंभों पर करंट को रोकने के बंदोबस्त के निर्देश बिजली विभाग को दिए तो वहीं परिवहन विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे कांवड़ मार्ग के अंतिम दिनों में अतिरिक्त बसों की व्यवस्था करें। साथ ही कहा कि यह सुनिश्चित किया जाए कि ड्राइवर शराब पीकर व ओवर स्पीड से गाड़ी न चलाएं।

डीजीपी ओपी सिंह ने दिए निर्देश

बैठक में मौजूद डीजीपी ओपी सिंह ने कहा कि सुरक्षा की व्यवस्था दुरुस्त होगी, जनपदों को पीएसी और आरएएफ भी दी जाएगी। कांवड़ यात्रा के दौरान पैरा मिलिट्री भी तैनात रहेगी। डीजीपी ने हाईवे पर कट्स बंद करने, पेट्रोल पंप के पास शिविर न लगने देने के निर्देश भी पुलिस अधिकारियों को दिए। उन्होंने कहा कि थानों, कांवड़ सेवा शिविरों व पीआरवी गाडि़यों में अतिरिक्त कावंड़ व गंगाजल की व्यवस्था की जाए ताकि यदि किसी कांवडि़ए की कांवड़ खंडित हो जाती है तो उसको तत्काल दूसरी कांवड़ और गंगाजल दिया जा सके। थानों में स्वैच्छिक कार्यकर्ताओं की संख्या बढ़ाई जाए।

चाक-चौबंद होगी सुरक्षा

बैठक मे मौजूद एडीजी मेरठ जोन प्रशांत कुमार ने बताया कि 28 जुलाई से श्रावण मास प्रारंभ हो रहा है। 24 जुलाई से श्रद्धालु हरिद्वार को प्रस्थान करना प्रारंभ कर देंगे। आगामी 9 अगस्त को श्रावण शिवरात्रि का पर्व मनाया जाएगा। साथ ही उन्होंने बताया कि जोन में 67 वॉच टावर लगेंगे। 444 मिश्रित आबादी वाले क्षेत्र है, जिसमें से 48 मेरठ में है। जनपदों में 3 व 4 अगस्त की मध्य रात्रि से रूट डायवर्जन रहेगा। कमिश्नर मेरठ अनीता सी मेश्राम ने कहा कि एक सॉफ्टवेयर बनाया जा रहा है, जिसमें गूगल मैप पर जियो मैपिंग की जा रही है। जिससे हॉस्पिटल, दुकानें, शिविर, ढाबे, मेडिकल स्टोर आदि देखे जा सकेंगे। सॉफ्टवेयर में सभी संबंधित अधिकारियों के फोन नंबर मौजूद होंगे।

ये रहे मौजूद

बैठक में मेरठ-सहारनपुर और मुरादाबाद मंडलों के अलावा हरियाणा, उत्तराखंड और दिल्ली के पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी भी शामिल हुए। डीआईजी मेरठ, एसएसपी हरिद्वार, एसपी यमुनानगर आदि ने अपने-अपने जिले का प्रस्तुतीकरण दिया। कमिश्नर सहारनपुर चंद्र प्रकाश त्रिपाठी, मुरादाबाद अनिल राज कुमार, एडीजी उत्तराखंड, डीआईजी मुरादाबाद, डीएम मेरठ अनिल ढींगरा, एसएसपी मेरठ राजेश कुमार पांडेय आदि मौजूद रहे।