- रंगदारी के लिए स्कूल संचालक के बेटे की पहले हो चुका है मर्डर

- आरोपियों की जमानत पर युवक ने गढ़ दी रंगदारी मांगने की कहानी

Gorakhpur@inext.co.in
GORAKHPUR: झंगहा में 10 लाख रुपए की रंगदारी मांगने का आरोपी स्कूल प्रबंधक का पड़ोसी निकला. उसने टीवी देखकर रुपए कमाने की योजना गढ़ी थी. आरोपित को अरेस्ट कर पुलिस ने मोबाइल फोन और सिमकार्ड भी बरामद कर लिया है. शनिवार को प्रेस कांफ्रेंस में पुलिस अधिकारियों ने यह जानकारी दी. बताया कि नई बाजार चौकी इंचार्ज धनंजय राय, प्रणव कुमार ओझा, हेड कांस्टेबल बसंत यादव, कांस्टेबल अशोक सरोज और शैलेंद्र कुमार सिंह की टीम ने बदमाश को गिरफ्तार किया.

बेटे का हो चुका है मर्डर, धमकी से सहमे
ब्रह्मपुर मोहल्ला निवासी जीउत बंधन स्कूल प्रबंधक हैं. 16 मई से लेकर 22 मई तक उनके मोबाइल पर 10 लाख रुपए की रंगदारी के लिए लगातार मैसेज आ रहे थे. नकदी न मिलने पर उनके अंजाम भुगतने की धमकी दी जा रही थी. इसके पहले करीब तीन साल पूर्व रंगदारी वसूलने के लिए बदमाशों ने जीउत बंधन के बेटे की गोली मारकर हत्या कर दी थी. इससे वह काफी डर गए थे. उन्होंने तत्काल मामले की जानकारी दी. पुलिस ने जांच शुरू की तो पता लगा कि जीउत के पड़ोस में रहने वाला युवक रंगदारी की धमकी दरहा है.

पड़ोसी कर लिया सिमकार्ड, भेजने लगा मैसेज
शनिवार को पुलिस ने निबेश्वरनाथ मंदिर के पास मौजूद आरोपित को दबोच लिया. उसकी पहचान ब्रहमपुर निवासी विनय निषाद के रूप में हुई. उसने पुलिस को बताया कि अपने मोहल्ले के युवक का सिमकार्ड लेकर वह फोन करता था. टीवी देखकर उसने यह योजना बनाई. उसे लगा कि स्कूल प्रबंधक आसानी से रुपए दे देंगे. क्योंकि इसके पहले उनके बेटे का मर्डर हो चुका है. आरोपित गोंडा की प्लाई फैक्ट्री में काम करता था. लेकिन काम छोड़कर वह तीन माह से घर पर रहने लगा. जीउत बंधन के बेटे के मर्डर में जेल गए अभियुक्तों के जमानत पर छूटने की जानकारी आरोपी को थी. उसे लगा कि पुलिस का शक उन पर ही जाएगा.

स्कूल संचालक से रंगदारी की धमकी मांगने वाले युवक को पुलिस टीम ने अरेस्ट कर लिया है. उसे लगा कि पुलिस में शिकायत किए बिना संचालक उसको रुपए दे देंगे. उस पर किसी का शक न जाए. इसके लिए उसने दूसरे के नाम-पते का सिमकार्ड यूज किया.

अरविंद कुमार पांडेय, एसपी नार्थ