- कुतुबखाना, कोहाड़पीर, घंटाघर व अन्य मुख्य बाजार में लगे कूड़ेदान हुए बेकार

- सड़क समेत डस्टबिन पर दुकानदारों ने कर लिया है अतिक्रमण, कूड़ा सड़क पर

BAREILLY:

शहर को स्वच्छ बनाने के लिए लगाए गए कूड़ेदान पर व्यापारियों ने कब्जा जमा लिया है। ठेले, खोमचे और खोखे समेत दुकानों ने अपना सामान कूड़ेदान के आगे रख दिए हैं, जिसकी वजह से स्वच्छता अभियान की अलख जगाने और शहर को गंदगी से मुक्त करने वाले कूड़ेदान कैद हो गए हैं। शहर के प्रत्येक बाजार में लगाए गए कूड़ेदानों की यही दुर्दशा हो रही है। तो दूसरी ओर, नगर निगम के अधिकारी भी लाखों रुपए खर्च कर लगाए गए कूड़ेदानों की कोई सुध नहीं ले रहे हैं। जो नगर निगम की चलाई गई स्वच्छता मुहिम की पोल खोलने के लिए काफी है।

दुकानदार ही बन गए मालिक

कुतुबखाना, घंटाघर, कोहाड़ापीर, कोतवाली मार्केट समेत गुलाबनगर, आलमगीरगंज, बड़ा बाजार और चौपुला की ओर जाने वाले रास्तों में करीब सौ कूड़ेदान पिछले हफ्ते भर में लगाए गए हैं। नगर निगम और प्रशासन ने इसी रास्ते पर 29 दिसंबर को विशाल स्वच्छता रैली का आयोजन भी किया था। व्यापारियों ने भी स्वच्छता की मुहिम में साथ देने का वादा किया था, लेकिन व्यापारियों का वादा कुछ घंटो तक और रैली सिर्फ 24 घंटे तक ही अपना प्रभाव दिखा सकी। जिस कूड़ेदान के पास जिसकी दुकान वह उसका मालिक बना बैठा है। पब्लिक के लिए अभी भी सड़क कूड़ेदान बनी हुई है।

लगे हैं 3 हजार कूड़ेदान

पिछले करीब 7 दिनों में जंक्शन से चौपला होते हुए रामपुर रोड, जंक्शन से चौकी चौराहा, अय्यूब खां से प्रेमनगर तक करीब 3 हजार कूड़ेदान नगर निगम ने लगवाए हैं। ताकि राहगीर या दुकानदार दोनों ही सड़क पर कूड़ा न फेंककर कूड़ेदान का इस्तेमाल करें। इसके साथ ही, हरे में किचन या गीला और नीले रंग के कूड़ेदान में सॉलिड कचरा फेंकने के निर्देश दिए गए थे। ताकि आसानी से सफाईकर्मी गीले और सूखे कचरे को अलग कर सकें। जिससे गीले और सूखे कचरे का अलग-अलग उपयोग किया जा सके। गीले से खाद और सॉलिड कचरा का सॉलिड वेस्ट प्लांट में निस्तारण किए जाने का मकसद अब धराशायी होता दिख रहा है।

एक नजर में

- 7 दिन पहले लगाए गए कूड़ेदान

- 3 हजार कूड़ेदान शहर भर में लगे

- 2 सौ कूड़ेदान पर है अवैध कब्जा

- 4 जनवरी से स्वच्छता सर्वेक्षण शुरू

बाजार में लगाए गए कूड़ेदान के मिसयूज का मामला संज्ञान में नहीं है। इसकी जांच कराएंगे और जहां भी कूड़ेदान पर कब्जे हैं या मिसयूज पाया गया तो किसी को बख्शा नहीं जाएगा।

राजेश श्रीवास्तव, नगर आयुक्त

स्वच्छता अभियान को सफल बनाने के लिए कूड़ेदान लगाए हैं। बाजारों में अगर इनका दुरुपयोग पाया गया तो संबंधित दुकानदार और स्थानीय सफाईकर्मी के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।

डॉ। उमेश गौतम, मेयर

नगर निगम ने योजनाबद्ध तरीके से अगर कूड़ेदान लगाए होते तो इनका उपयोग होता। सघन बाजार में बगैर सही जगह चिह्नित किए कूड़ेदान लगने से यह अतिक्रमण का शिकार हो रहे हैं।

राजेंद्र गुप्ता, महानगर अध्यक्ष, उप्र उद्योग व्यापार मंडल