परिषदीय स्कूलों के लिए ढूंढे से भी टीचर नहीं मिल रहे
GORAKHPUR: बेसिक शिक्षा विभाग को इंग्लिश मीडियम किए गए परिषदीय स्कूलों के लिए ढूंढे से भी टीचर नहीं मिल रहे हैं। सवा माह से अधिक समय बीत चुका है, लेकिन शिक्षक बार-बार एग्जाम में फेल हो जा रहे हैं। जिसका नतीजा ये कि अभी तक चार-पांच को छोड़ अन्य इंग्लिश मीडियम परिषदीय स्कूल संचालित नहीं हो सके हैं। जब कि नए सत्र के पहले दिन से चयनित 120 स्कूलों को संचालित किया जाना था। मगर अभी तक विभाग को महज 86 सहायक अध्यापक और 46 प्रधानाध्यापक ही मिले हैं। जब कि 120 स्कूलों के लिए 600 शिक्षकों की जरूरत है।

आ गई छुट्टियां, एक भी दिन नहीं चले स्कूल
सीएम योगी आदित्यनाथ ने बेहतर शिक्षा के लिए कुछ परिषदीय विद्यालयों को इंग्लिश मीडियम के रूप में संचालित करने का निर्णय लिया था। नए शैक्षिक सत्र के पहले दिन यानी पहली अप्रैल से इन विद्यालयों का संचालन शुरू हो जाना था। गोरखपुर में विद्यालयों का चयन तो समय से कर लिया गया, लेकिन शिक्षकों के रुचि न लेने और आवेदनों के कम आने से सभी स्कूलों के लिए पर्याप्त शिक्षकों का चयन नहीं हो सका। विभाग की ओर से लिखित और साक्षात्कार के बाद मेरिट के आधार पर महज 86 शिक्षकों का ही चयन हो सका। जिन्हें 43 स्कूलों में भेजा गया। इनमें से कुछ शिक्षकों ने आवंटित स्कूलों में जाकर ज्वॉइनिंग कर स्कूलों का संचालन शुरू कर दिया तो करीब 60 प्रतिशत शिक्षकों ने मनचाहे स्कूल न मिलने के कारण ज्वॉइन ही नहीं किया। ऐसे में शैक्षणिक सत्र का सवा महीना निकल जाने के बाद भी विद्यालय शुरू नहीं हो पाए हैं। चार दिन बाद विद्यालयों में गर्मी की छुट्टी हो जाएगी। अभी चयनित 120 अंग्रेजी विद्यालयों में महज 43 विद्यालयों में ही शिक्षकों का आवंटन हुआ है। 77 स्कूल अभी भी शिक्षक विहीन है।

600 पदों के लिए मिले 86 शिक्षक
परिषदीय इंग्लिश मीडियम के 120 विद्यालयों में 600 पदों के लिए बार-बार आवेदन मांगने के बावजूद मात्र 397 शिक्षकों ने आवेदन किया था। लिखित परीक्षा में 248 शामिल हुए और साक्षात्कार के बाद घोषित सफल शिक्षकों की सूची में मात्र 86 शिक्षक ही मिले। इस प्रकार एक स्कूल के लिए एक शिक्षक भी नहीं मिल सका है।

नियम में बदलाव भी बना कारण
शिक्षकों का रुचि नहीं लेने के पीछे शासन द्वारा बदला गया नियम भी एक कारण बन रहा है। शासन ने अपने पहले नियमों में संशोधन करते हुए जिला बेसिक शिक्षा विभाग को दूसरा पत्र जारी करते हुए कहा है कि जो शिक्षक जिस ब्लॉक में है, उसे उसी ब्लॉक में तैनाती दी जाए। संख्या अधिक होने पर ही उन्हें दूसरे ब्लॉक में भेजा जाए। जब कि पहले पत्र के हिसाब से आवेदन करने वाले शिक्षकों को उनके हिसाब से दूसरे ब्लॉक में भी भेजे जाने का निर्देश था।

जुलाई के पहले यह सभी प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी भूपेन्द्र नरायन सिंह ने बताया कि ये सभी स्कूल अब जुलाई माह से शुरू होंगे। मेरिट और कम कर दी गई है। यह सभी प्रक्रिया 20 मई तक कर ली जाएगी। इसके बाद शिक्षकों की कमी को दूर करने के लिए विज्ञापन निकाल कर शिक्षकों से आवेदन मांगा जाएगा। जुलाई के पहले यह सभी प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी।