क्त्रन्हृष्ट॥ढ्ढ : भारत निर्वाचन आयोग ने शुक्रवार को मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी, झारखंड के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग कर चुनाव तैयारियों की जानकारी ली. आयोग ने स्वीप के तहत चलाए जा रहे मतदाता जागरुकता कार्यक्त्रमों, दिव्यांग मतदाताओं की पहचान और मतदान केंद्रों पर उनके लिए उपलब्ध कराई जाने वाली सुविधाओं, मतदाताओं की चुनावी सहभागिता सुनिश्चित करने की दिशा में उठाए जाने वाले कदमों, मतदाताओं के लिए ईवीएम-वीवीपैट का प्रशिक्षण कार्यक्त्रम, चुनाव में एनजीओ, कॉरपोरेट संस्थानों और सिविल सोसाइटी को संबंद्ध करने आदि की दिशा में किए जा रहे पहल की जानकारी ली. एल खियांग्ते, मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी, झारखंड ने भारत निर्वाचन आयोग को चुनाव को लेकर की जा रही सारी तैयारियों से अवगत कराया.

चल रहा मतदाता जागरुकता कार्यक्रम

खियांग्ते ने बताया कि मतदाताओं को शिक्षित व जागरुक करने व मतदान प्रतिशत को बढ़ाने की दिशा में पूरे राज्य में लगातार कई कार्यक्त्रम आयोजित किए जा रहे हैं. स्वीप कार्यक्रमों से स्वयंसेवी संस्थाओं, कॉरपोरेट संस्थानों, शैक्षणिक संस्थानों आदि को जोड़ा गया है. इसके साथ नुक्कड़ नाटक, रैली, सिग्नेचर कैंपेन के साथ प्रचार-प्रसार के लिए अन्य माध्यमों का इस्तेमाल किया जा रहा है.

दिव्यांग मतदाताओं को मिलेंगी सुविधाएं

दिव्यांग मतदाताओं के बूथों पर व्हील चेयर, रैंप, घर से मतदान केंद्र तक लाने व पहुंचाने के लिए नि:शुल्क परिवहन सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है. दृष्टिबाधित मतदाताओं के लिए ईवीएम में ब्रेल लिपि में सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है. सहयोग करने के लिए वोलेंटियर्स भी मौजूद रहेंगे.

मतदाताओं को ईवीएम-वीवीपैट का प्रशिक्षण

मतदाताओं को ईवीएम-वीवीपैट से फैमिलियर करने की दिशा में प्रशिक्षण कार्यक्त्रम लगातार चलाया जा रहा है. उन्होंने बताया कि पूरे राज्य में 29464 मतदान केंद्र हैं, जिनमें से सभी में ईवीएम-वीवीपैट प्रशिक्षण कार्यक्त्रम आयोजित हो चुका है.

चुनाव पाठशाला और वोटर्स अवेयरनेस फोरम का गठन

युवा मतदाताओं को चुनाव प्रक्त्रिया से जोड़ने के लिए विद्यालयों में 3215 और महाविद्यालयों में 372 मतदाता साक्षरता क्लब का गठन हो चुका है. इसके अलावा 24265 मतदान केंद्रों में चुनावी पाठशाला और विभिन्न संस्थानों में 1284 वोटर्स अवेयरनेस फोरम का भी गठन हो चुका है.

एप्प के इस्तेमाल को लेकर किया जागरुक

श्री खियांग्ते ने बताया चुनाव को लेकर इस्तेमाल किए जा रहे विभिन्न एप्प यथा सी-विजिल, वोटर्स हेल्पलाइन, सुविधा, समाधान एप्प आदि की जानकारी व इस्तेमाल के बारे भी भी संबंधित लोगों को बताया जा रहा है. इसके लिए विभिन्न स्तरों पर कार्यशाला, प्रशिक्षण, बैठक आयोजत किए जा चुके हैं.