PATNA: मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा गुरुवार को दो दिवसीय दौरे पर पटना पहुंचे। राज्य में तैनात केंद्रीय सुरक्षा बल और राज्य पुलिस के उच्च अधिकारियों के साथ बैठक की। डीजीपी केएस द्विवेदी और एडीजी पुलिस मुख्यालय कुंदन कृष्ण समेत अन्य अफसर मौजूद थे। इसके बाद मुख्य चुनाव आयुक्तने राजनीतिक दलों के नेताओं से उनकी राय जानी। स्थानीय होटल में मुख्य चुनाव आयुक्तद्वारा बुलाई गई बैठक में भाजपा, जदयू, राजद, कांग्रेस, लोजपा, सीपीआइ, सीपीएम, एनसीपी, हम समेत अन्य दलों प्रतिनिधि शामिल हुए। प्रतिनिधियों ने पारदर्शी चुनाव के लिए सुझाव और मांगपत्र सौंपा। शुक्रवार की सुबह सभी डीएम और एसपी संग बैठक कर तैयारियों का जायजा लेंगे। फिर मुख्य सचिव दीपक और डीजीपी केएस द्विवेदी के साथ बैठक करेंगे। चुनाव आयोग के टीम में वरिष्ठ उप चुनाव आयुक्त उमेश सिन्हा, उप चुनाव आयुक्त चंद्र भूषण कुमार, संदीप जैन, महानिदेशक धीरेंद्र ओझा, दिलीप शर्मा और आइटी निदेशक वीएन शुक्ला के अलावा एडीजी शेफाली शरण आई हैं।

तीन-धनुष पर हुआ मंथन

जदयू ने चुनाव आयोग से आग्रह किया है कि झामुमो या शिवसेना जैसी दूसरे राज्य की पार्टियां अगर बिहार में चुनाव लड़ती हैं तो उन्हें निर्दलीय के लिए आरक्षित चुनाव चिन्ह आवंटित किए जाएं। इन दोनों का चुनाव चिन्ह तीर-धनुष है। जदयू का तीर है। मिलते-जुलते निशान से वोटर संशय में पड़ जाते हैं। जदयू को मिलने वाला वोट तीर के बदले तीर-धनुष के निशान पर चला जाता है। जिस पर ध्यान जरूरी है।

हर ब्लॉक में बने पांच-पांच पिंक बूथ

बैठक में बिहार प्रदेश कांग्रेस कमेटी की ओर से रिसर्च और मेनिफेस्टो एडवाइजरी कमिटी के अध्यक्ष आनन्द माधव शामिल हुए। उन्होंने स्वतंत्र, निष्पक्ष और शांतिपूर्ण चुनावों के प्रति कांग्रेस की प्रतिबद्धता दुहरायी। आनन्द माधव ने महिलाओं की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए हर प्रखंड में कम से कम 5 पिंक बूथ बनाने की बात कही। साथ ही अन्य सुझाव दिए।