- धरना स्थल पर चलने के लिए पहले साथियों के जोड़े हाथ, साथ नहीं देने पर जताई नाराजगी

- कार्यालयों में तालाबंदी कर बोर्ड परीक्षा कार्य को भी किया प्रभावित, भटकते रहे जरूरतमंद

>BAREILLY :

: कर्मचारी, शिक्षक अधिकारी पुरानी पेंशन बहाली मंच के बैनर तले शुरू हुई महाहड़ताल का दूसरे दिन भी मिला जुला असर देखने को मिला। मंच से जुडे़ पदाधिकारियों ने कार्यालयों में पहुंचकर काम कर रहे कर्मचारियों को सीट से उठाया। बोले ऐसे पुरानी पेंशन बहाली नहीं होने वाली, मौका है भगत सिंह बनोगे तभी आजादी मिलेगी, अपने लिए नहीं अपने बच्चों के लिए तो सोचो। यह बात सुन सभी कर्मचारी ऑफिस से निकलकर बाहर खड़े हो गए। हड़ताल से बोर्ड परीक्षा कार्य भी प्रभावित हुआ। बीएसए, डीआइओएस, जेडी को अंदर बंद करके मंच सदस्यों ने आंदोलन काे धार दी।

धरना स्थल पर सबको बैठाया

पुरानी पेंशन बहाली मंच के सदस्य सुबह से ही सक्रिय हो गए। पहले वह बीएसए फिर डीआइओएस व जेडी कार्यालय पहुंचे। यहां साथियों को कामकाज करता देख पहले हाथ जोड़कर सहयोग मांगा। जब बात नहीं बनी तो नाराजगी जताई। कड़े तेवर देख कर्मचारियों ने कामकाज बंद दिया और मंच सदस्यों के साथ धरना स्थल की ओर कूच कर गए। इससे कार्यालयों में रोजमर्रा के कार्यो पर असर पड़ा। जरूरी कार्य से पहुंचे लोगों को समस्या उठानी पड़ी। हालांकि कुछ देर बाद कुछ कर्मचारी वापस लौट आए। जिन्होंने फिर से अपनी सीट पर काम करना शुरू कर दिया।

विकास भवन रहा हड़ताल से दूर

विकास भवन स्थित कार्यालय हड़ताल से अछूते रहे। यहां रोजाना की तरह अल्प संख्यक कल्याण, समाज कल्याण, दिव्यांगजन सशक्तीकरण, पिछड़ा वर्ग, पंचायती राज, डीएसटीओ, कृषि, बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार, डीडीओ कार्यालय, डीआरडीए, मनरेगा सेल, आरईडी, मत्स्य, लघु र्चिाई, पीआरडी आदि कार्यालयों में रोजाना की तरह कार्य होता मिला।

अधिकारियों ने हटाने का िकया प्रयास

राज्य संयुक्त कर्मचारी परिषद कार्यालय के प्रांगण में दूसरे दिन महाहड़ताल के तहत धरना-प्रदर्शन किया गया। स्कूलों को बंद करके शिक्षक आंदोलन में शामिल हुए। पुरानी पेंशन बहाली के लिए आवाज बुलंद की। इस दौरान शिक्षकों को अफसरों ने फोन करके कार्रवाई का भय दिखाकर आंदोलन से हटाने का प्रयास किया। पुलिस बल ने भी सख्ती दिखाई, लेकिन मंच से जुडे़ आंदोलनरत कर्मचारी मांग पर अडे़ रहे।

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कार्रवाई का भय दिखाकर शिक्षकों पर बनाया दबाव

शिक्षकों की हड़ताल समाप्त कराने के लिए बेसिक शिक्षा निदेशक ने सभी मंडलों के एडी बेसिक व जिला बेसिक शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिए हैं, जिसमें अब तक कितने शिक्षकों को निलंबित, वेतन कटौती व हटाया गया है, इस संबध में ब्यौरा तलब किया है। रोजाना हड़ताली शिक्षकों की वीडियोग्राफी कराने, शिक्षण कार्य में अवरोध पैदा करने वालों की जानकारी डीएम को देकर उन पर कार्रवाई कराने, निरंतर शिक्षक संगठनों से वार्तालाप कर हड़ताल समाप्त कराने की बात कही है।

बीएसए ने स्कूलों में कराई छापेमारी

अफसरों के निर्देश पर बीएसए ने टीम बनाकर स्कूलों में छापेमारी कराई और स्कूलों में शिक्षकों की उपस्थिति चेक की। अफसरों ने निलंबित करने व वेतन रोकने की चेतावनी देकर शिक्षकों पर दबाव बनाना शुरू कर दिया है। वहीं, शिक्षकों में कार्रवाई का भय नजर नहीं आ रहा है। शिक्षक नेता डॉ। विनोद शर्मा ने बताया, पुरानी पेंशन बहाली से पहले अब आंदोलन थमने वाला नहीं है। विभागीय कार्रवाई से उनके कदम पीछे हटने वाले नहीं है। दूसरी ओर स्कूलों में शिक्षा मित्रों ने पहुंचकर शिक्षण व्यवस्था संभाली।