- नाराज अभिभावकों ने स्कूल गेट पर किया प्रदर्शन

- जिला शुल्क कमेटी की लापरवाही बच्चों पर पड़ी भारी

बरेली : सीबीगंज के कॉम्पीटेंट पब्लिक स्कूल के बच्चों का दांव पर लगा भविष्य बचाने के लिए शिक्षा विभाग ने गंभीरता नहीं दिखाई। नतीजन, फीस नहीं जमा करने पर बच्चों को स्कूल में प्रवेश नहीं मिल सका। इससे नाराज अभिभावकों ने स्कूल गेट पर प्रदर्शन किया। स्कूल प्रधानाचार्य पर डीआइओएस की मिलीभगत से प्रवेश वर्जित करने का आरोप लगाया, लेकिन उनका विरोध काम नहीं आया। ऐसे में बच्चे शिक्षा से वंचित होते नजर आ रहे हैं।

स्कूलों की मनमानी नहीं रुकी

इस दौरान अभिभावक प्रेम शर्मा ने बताया, जिला शुल्क कमेटी अभी तक निजी स्कूलों की मनमानी रोकने में नाकाम रही है, जिसके चलते फीस निर्धारित नहीं हो सकी। स्कूल संचालक ने शनिवार को अल्टीमेटम दिया था। ऐसे में बच्चों का भविष्य संकट में डालने में अफसर जिम्मेदार है। उन्होंने बताया, जब स्कूल ने बच्चों को प्रवेश नहीं दिया तो प्रधानाचार्य से बात की, प्रधानाचार्य ने कहा, डीआइओएस को मामले की जानकारी दी जा चुकी है। आरोप है, अभिभावकों की बात सुनने को डीआइओएस तैयार नहीं है। दूसरी ओर अभिभावक संघ ने भी जिला शुल्क कमेटी पर मनमानी के आरोप लगाए हैं। अध्यक्ष अंकुर सक्सेना ने बताया, अफसर नहीं चाहते निजी स्कूलों की जांच पूरी हो। वहीं, जिला शुल्क निर्धारण कमेटी के सचिव व डीआइओएस डॉ। अचल कुमार मिश्र इस मसले पर बोलने से बचते नजर आए। जबकि प्रबंधक ने फीस जमा नहीं करने से स्कूल संचालन में परेशानी आने की दलील दी।

हार्टमन ने रोके प्रवेश पत्र

मनमानी फीस के फेर में हार्टमन कॉलेज की बालिकाओं का भविष्य भी फंसा है। जिस अभिभावकों ने डीएम से गुहार लगाई है। जिसमें कहा है, पांच फरवरी से इंटरमीडिएट की परीक्षा होने वाली है, लेकिन विद्यालय ने प्रवेश पत्र देने से मना कर दिया है। जबकि फीस अध्यादेश के बाद अभी तक जिला शुल्क कमेटी कोई निर्णय नहीं ले सकी है।