यहां सबकुछ मिलने लगा प्रतिबंधित पॉलीथिन में
कार्रवाई और बैन का प्रयागराज में नहीं दिख रहा है असर
balaji.kesharwani@inext.co.in
PRAYAGRAJ: सेंट्रल और स्टेट गवर्नमेंट की लाख कोशिशों के बाद भी प्रतिबंधित पॉलीथिन मार्केट से गायब नहीं हो पा रही है। कार्रवाई और जागरुकता का कुछ दिन असर दिखता है, उसके बाद सबकुछ दुबारा उसी ढर्रे पर आ जाता है। शुरुआती दिनों के बाद एक बार फिर लोगों ने झोला लेकर घर से निकलना छोड़ दिया है। दैनिक जागरण-आई नेक्स्ट रिपोर्टर ने सोमवार को शहर के विभिन्न इलाकों में रियलिटी चेक किया। इस दौरान हकीकत कुछ यूं सामने आई
झोला निकालने को नहीं कहते दुकानदार
नगर निगम और एडमिनिस्ट्रेशन ने जब पॉलीथिन पर कार्रवाई तेज की थी तो दुकानदार लोगों से कहते थे, साहब झोला निकालिए। सब्जी वाले भी झोला में ही सब्जी देते थे। लेकिन अब ऐसा नहीं है। पॉलीथिन की सप्लाई करने वाली बड़ी-बड़ी कंपनियों, होलसेलरों और रिटेलरों के पास से प्रतिबंधित पॉलीथिन एक बार फिर छोटे दुकानदारों तक पहुंच गई है। अब खुलेआम प्रतिबंधित पॉलीथिन में सामान दिया जा रहा है।
कागज के थैले का इस्तेमाल कम
-रिपोर्टर ने लूकरगंज में लगे एक ठेले से दो किलो आलू लिया तो ठेलेवाले ने तत्काल पॉलीथिन निकाला और उसमें भर दिया।
- हिंदू हॉस्टल चौराहा व कमला नेहरू रोड पर लगी फल की दुकानों पर भी सेब, केला आदि फल प्रतिबंधित पॉलीथिन में ही दिया जा रहा है।
- मिठाई की दुकानों पर भी अब समोसा, नमकीन आदि सामान पॉलीथिन में दिया जा रहा है
- किराना वाले भी अब कुछ भी सामान लीजिए, पॉलीथिन में ही भरकर दे रहे हैं।
फैक्ट फाइल
4,220 किलोग्राम पॉलीथिन प्रतिबंध लगने के बाद से लेकर अब तक जब्त किया गया है।
9.5 लाख रुपये शमन शुल्क के रूप में वसूला गया है
200 से अधिक दुकानों पर हुई है अब तक छापेमारी
02 दूसरे नंबर पर रहा यूपी में प्रयागराज, शमनशुल्क वसूली में
15 जुलाई से लगा है प्रतिबंध
गौरतलब है कि 15 जुलाई 2018 से उत्तर प्रदेश में 50 माइक्रॉन से कम की पॉलीथिन पर पूरी तरह से बैन लग चुका है। इसको लेकर शुरुआत में जबर्दस्त कार्रवाई हुई। जागरुकता अभियान चलाए गए। इसके बाद लोगों ने घरों से झोला लेकर निकलना शुरू कर दिया। लेकिन साढ़े तीन महीने में ही पॉलीथिन प्रतिबंध का असर कम होता दिख रहा है।
वर्जन
प्रतिबंधित पॉलीथिन बेचने और उसमें सामान देने वालों के खिलाफ लगातार कार्रवाई हो रही है। हजारों किलोग्राम पॉलीथिन जब्त किए जा चुके हैं। जल्द ही पॉलीथिन का स्टॉक रखने वालों के खिलाफ कार्रवाई होगी।
-ऋतु सुहास
अपर नगर आयुक्त
नगर निगम