शहीद लाल पद्मधर बिल्डिंग के दूसरे तल पर कूड़े के ढेर में आग लगाने पर हुआ ब्लास्ट, तीन कमरों के टूटे शीशे

ALLAHABAD: शुक्र था कि किसी की जान नहीं गयी और न ही कोई गंभीर रूप से जख्मी हुआ। लेकिन, भीड़भाड़ वाले इलाके में धमाके ने अधिवक्ताओं से लेकर अफसरों तक के कान खड़े कर दिये। देर शाम तक की जांच के बाद भी यह सवाल जस का तस बना हुआ था कि ब्लास्ट हुआ कैसे? पुलिस अफसरों का कहना था कि बारूद का कोई निशान स्पॉट से नहीं मिला है। घटना में दो लोग जख्मी हुए हैं। उन्हें अस्पताल पहुंचा दिया गया है। पुलिस और फोरेंसिक टीम स्पॉट की जांच में जुटी है।

कचहरी के भीतर तक सुनी गई गूंज

घटना तहसील सदर के सामने स्थित अमर शहीद लाल पदमधर बिल्डिंग के दूसरे तल शुक्रवार को दिन में हुई। धमाके से तीन अधिवक्ताओं के चैम्बर के खिड़की के शीशे चकनाचूर हो गए। दो अधिवक्ता भी जख्मी हो गए। धमाके की गूंज डिस्ट्रिक्ट कोर्ट की मेन बिल्डिंग तक सुनाई दी। धमाके के बाद अधिवक्ताओं में भगदड़ मच गई। सूचना मिलने पर मौके पर एसएसपी आकाश कुलहरि, जिलाधिकारी सुहास एलवाई, सीओ आलोक मिश्रा व थाने की पुलिस मौके पर पहुंची। डॉग व बम स्क्वाय भी जांच के लिए पहुंच गया।

चैम्बर 33 के बाहर हुआ धमाका

अधिवक्ताओं के इस्तेमाल के लिए बनी यह बिल्डिंग तीन तल ऊंची है। बिल्डिंग के दूसरे तल पर सरकारी अधिवक्ता सुनील कुमार वैश्य को कमरा नम्बर 33 एलॉट है। घटना करीब चार बजे के आस पास की है। उस वक्त सुनील कुमार वैश्य कोर्ट गए थे। उनके चैम्बर कुछ अधिवक्ता बैठे हुए थे। तभी अचानक जोर का धमाका हुआ। बिल्डिंग में उस मौजूद अधिवक्ता दहल गए। कुछ देर के लिए किसी को कुछ समझ में नही आया कि आखिर हुआ क्या। घटना के वक्त अधिवक्ताओं के साथ ही वादकारियों की भीड़ जमा थी। सभी अपने अपने कामों में व्यवस्थ थे। चैम्बर नम्बर 31, 32 व 33 के कमरों की खिड़की में लगे शीशे धमाके की गूंज से चकना चूर हो गए। धुएं का ऐसा गुबार उठा कि आसपास कुछ दिखना बंद हो गया। धमाके की चपेट में आने से बहरिया निवासी मनोज दूबे व नया पुरवा निवासी जगत बिहारी पाल दो अधिवक्ता जख्म हो गए। साथी अधिवक्ताओं ने दोनों अधिवक्ताओं को आनन फानन में सरकारी अस्पताल ले गए।

जांच पड़ताल में जुटी पुलिस

उधर अमद शहीद लाल पद्माधर बिल्डिंग अधिवक्ता कार्यलय में धमाके की जानकारी एसएसपी आकाश कुलहरि व डीएम सुहास एलवाई को हुई तो वे मौके पर पहुंच गए। उनके साथ सीओ अलोक मिश्रा व थाने की पुलिस भी साथ थी। कुछ देर बाद मौके पर डॉग व बम स्क्वाड भी मौके पर पहुंच गयी ओर फोरेंसिक एवीडेंस कलेक्ट किए। इसे जांच के लिए भेजा जाएगा।

चैम्बर के बाहर लगा कूडे़ का ढेर

पुलिस की पूछताछ में प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि चैम्बर नम्बर 33 के बाहर कूड़े का ढेर जमा हुआ था। रोजाना सफाई के बाद कूड़े को अधिवक्ता चैम्बर के बाहर एक किनारे लगा दिया जाता था। करीब चार बजे कुछ अधिवक्ताओं उसमें आग लगा दी। कड़क धूप में आग से गर्मी बढ़ गयी तो अधिवक्ता और वादकारी एक किनारे खड़े हो गए। इसी बीच अचानक तेज धमाका हुआ। जांच टीम को मौके से शराब और बीयर की कई बोतलें मिली हैं। धमाके का कारण पूरी तौर पर स्पष्ट नहीं हो पाया है। एसएसपी का कहना था कि स्पॉट पर बारूद का कोई निशान नहीं मिला है।

हजारों रहते हैं वर्किंग डे के दिन

शुक्रवार को जिस बिल्डिंग में यह धमाका हुआ वहां वर्किंग डे में हजारों लोग रहते हैं। बड़ी संख्या अधिवक्ताओं की होती है तो बाकी वे क्लाइंट होते हैं जो मुकदमे के सिलसिले में आते हैं। इसके अलावा वकीलों के मुंशी की भी बड़ी तादात होती है। घटना से सभी सकते में थे।

कूड़े के ढेर में आग लगाने पर धमाका होने की बात सामने आयी है। फोरेंसिक टीम ने सैंपल को ले लिया है। जांच के लिए इसे आगरा लैब भेजा जा रहा है। जांच रिपोर्ट आने के बाद ही कुछ स्पष्ट हो सकेगा। अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच की जा रही है।

-आकाश कुलहरि,

एसएसपी

धमाके पर उठे सवाल

बारूद का निशान नहीं मिला तो आखिर धमाका हुआ कैसे

दारू और बीयर की खाली बोतलें अधिवक्ताओं के चैम्बर के पास पहुंचीं कैसे

धमाका किसी साजिश का हिस्सा तो नहीं है

हजारों की भीड़ यहां वर्किंग डे में रहती है तो सुरक्षा का कोई इंतेजाम क्यों नहीं है