i special

मुगल सम्राट अकबर द्वारा बनवाए किला की दीवारों पर लेजर शो से दिखाया जाएगा कुंभ का इतिहास

dhruva.shankar@inext.co.in

PRAYAGRAJ: संगम की रेती पर अगले वर्ष एक जनवरी से श्रद्धालुओं के आने का सिलसिला तेज हो जाएगा। श्रद्धालुओं को कुंभ मेला की अवधि तक मुगल सम्राट अकबर द्वारा बनवाए ऐतिहासिक किला की दीवारों पर कुंभ का विहंगम नजारा दिखाई देगा। पर्यटन विभाग की ओर से दीवार पर लेजर शो के जरिए कुंभ का इतिहास दिखाने की योजना बनाई गई है। इसके तहत कंपनियों को आमंत्रित करने के लिए टेंडर निकाला गया है।

लखनऊ में लिया जाएगा ट्रायल

संगम की रेती पर लगने वाले कुंभ का इतिहास क्या था, उसमें साधु-संन्यासियों की भूमिका कितनी महत्वपूर्ण है व कलश की उत्पत्ति कैसे हुई थी। इन सब को इतिहास में शामिल किया जाएगा। इसका प्रदर्शन लेजर शो के जरिए कराया जाएगा। खास बात ये है कि जिस कंपनी को लेजर शो की जिम्मेदारी सौंपी जाएगी उसे कम से कम दस बार लखनऊ स्थित पर्यटन विभाग के मुख्यालय में महानिदेशक और अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के पदाधिकारियों के सामने डेमो दिखाना होगा। क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी अनुपम श्रीवास्तव की मानें तो अखाड़ा परिषद की संस्तुति के बिना लेजर शो का श्रीगणेश नहीं किया जाएगा।

महत्वपूर्ण तथ्य

- कुंभ मेला के इतिहास में पहली बार लेजर शो के जरिए उसके महात्म्य को प्रदर्शित करने की योजना बनाई गई है।

- शासन से नौ करोड़ रुपए का बजट मंजूर किया गया है।

- बड़े हनुमान जी मंदिर से लेकर पाताल पुरी के बीच की किला की सौ फीट लम्बी दीवार पर लेजर शो का प्रदर्शन किया जाएगा। इसके लिए सेना के आला अधिकारियों से अनुमति ले ली गई है।

- मेला की अवधि में एक जनवरी से लेकर चार मार्च तक रोजाना पच्चीस मिनट तक कुंभ का इतिहास लेजर शो से दिखाया जाएगा। इसे पूरी तरह से नि:शुल्क रखा जाएगा।

- लेजर के ऐसे उपकरणों का प्रयोग किया जाएगा जिससे कि पचास मीटर दूर तक खड़े श्रद्धालुओं को किला की दीवार पर कुंभ का इतिहास आसानी से दिखाई दे सके।

- कुंभ मेला के समापन के बाद भी स्थाई रुप से प्रयाग के धार्मिक व ऐतिहासिक स्थलों का इतिहास दिखाया जाएगा।

- जिस कंपनी का चुनाव किया जाएगा उसको लेजर के संचालन व रखरखाव की जिम्मेदारी भी सौंपी जाएगी।

मेला की अवधि में लेजर शो के माध्यम से कुंभ का इतिहास दिखाया जाएगा। सेना के अधिकारियों से मंजूरी मिलने के बाद किला की दीवार को इसके लिए चिन्हित किया गया है। टेंडर निकाला जा चुका है। लखनऊ में ट्रायल के बाद नए वर्ष के पहले दिन से इसका प्रदर्शन करने की योजना है।

दिनेश कुमार, उप निदेशक, पर्यटन विभाग