अब तक आ चुकी हैं 21 फर्जी शिकायतें

तीन घंटे तक सिटी मजिस्ट्रेट खुद बैठे 1950 हेल्पलाइन पर

देहरादून.

सी-विजिल एप पर आने वाली फर्जी कंप्लेंस चुनाव आयोग की खूब दौड़ करवा रही हैं. आयोग के पास लोग झूठी कंपलेस कर रहे हैं. इस पर फ्लाइंग स्क्वायड टीम जब मौके पर पहुंचती है तो वहां से बैरंग लौटना पड़ता है और आखिरकार कंपलेन ड्रॉप बॉक्स में डाल दी जाती है.

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अब तक 21 फर्जी कंप्लेंस

आचार संहिता लागू होने के बाद से सी-विजिल पर 21 फर्जी कंपलेंस आ चुकी हैं. अब तक टोटल 87 कंपलेंस आई हैं. इनमें से सही पाई गई 66 कंपलेंस का निस्तारण किया जा चुका है, जबकि 21 फर्जी कंप्लेंस को ड्रॉप बॉक्स में डाल दिया गया.

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ऐसी-ऐसी कंप्लेंस

1

राजीवनगर से कंप्लेन आई कि यहां शराब की बोतलें खुले आम बंट रही हैं. शिकायत पर टीम पहुंची, लेकिन वहां कोई नहीं मिला.

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2

ऋषिकेश से आई शिकायत में पेड न्यूज छपवाने की बात कही गई. हालांकि पेड न्यूज की फोटो की जगह शिकायतकर्ता ने अपनी फोटो भेज दी. उसे जब पेड न्यूज की फोटो भेजने को कहा गया तो नहीं भेजी गई.

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3

एक कंप्लेन में शिकायतकर्ता ने खुद को जर्नलिस्ट बताते हुए एक न्यूज पेपर की कटिंग भेजी. जब उससे इसका मतलब पूछा गया तो उसका कहना था कि मैंने तो इसलिए भेजी है ताकि आप लोग देख सको हमने कैसी न्यूज छापी है.

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4

एक जनऔषधि केंद्र के बाहर पीएम की फोटो लगी थी, जिसकी फोटो खींचकर भेजी गई. हालांकि टीम की ओर से देखा गया कि फोटो तो पहले की है और इससे किसी भी तरह का चुनाव प्रचार नहीं किया जा रहा है.

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सी-विजिल पर फर्जी शिकायतें काफी संख्या में आ रही हैं. इसकी वजह से कर्मचारियों की फिजूल की परेड हो जा रही है.

अभिषेक रोहिला

सिटी मजिस्ट्रेट एवं नोडल सी-विजिल

खुद कंपलेंस सुनने बैठे सिटी-मजिस्ट्रेट

लोगों को उनकी कंपलेंस को लेकर संतुष्ट करने के लिए सिटी मजिस्ट्रेट ने सैटरडे को खुद कमान संभाली. उन्होंने सेंटर में बैठकर लोगों की शिकायत सुनी और नोट करवाई. साथ के साथ उनका समाधान भी करवाया. हालांकि इस दौरान कुछ कंपलेंस ऐसी भी थी जो आधी-अधूरी रही, इस वजह से उन्हें समझ पाना मुश्किल हो रहा था.

तीन घंटे बैठे हेल्पलाइन में

सिटी मजिस्ट्रेट अभिषेक रोहिला 1950 की हेल्पलाइन में बैठकर लोगों की कंपलेन सुनते रहे. साथ ही उन्होंने सी-विजिल की कंपलेन के प्रिंट निकाले और उनके समाधान के निर्देश दिए. कॉल्स पर आने वाली शिकायतों को भी नोट करवाया. साथ ही शिकायतकर्ताओं से एक्जेक्ट जगह बताए जाने की भी बात कही. उन्होंने सी-विजिल पर आने वाली कंपलेंस की भी मॉनीटरिंग की और समाधान को लेकर भी दिशा-निर्देश दिए.