-कर्नाटक के कारवार स्टेशन पर आरपीएफ ने पकड़ा, दोनों बरामद

-पीसीएस की तैयारी कर रहे युवक ने अय्याशी में खर्च कर दिए थे 9 लाख रुपए

BAREILLY : सिविल सर्विस की तैयारी कर रहे एलएलबी स्टूडेंट्स ने अकाउंट में जमा 9 लाख रुपए अय्याशी में खर्च कर दिए। अय्याशी का परिजनों को पता न चले, इसके लिए उसने अपने ही अपहरण का ड्रामा रचा। खुद अपहरणकर्ता बनकर अपने पिता से 25 लाख की फिरौती मांग ली और अकाउंट में जमा करने के लिए कहा, जिसके बाद वह अपने ममेरे भाई के साथ बरेली से फरार हो गया। कर्नाटक आरपीएफ ने मंडे दोनों को कारवार रेलवे स्टेशन से पकड़ लिया। ट्यूजडे को दोनों को बरेली लाया गया तो उन्होंने पूछताछ में मामले का खुलासा किया।

 

कई शहर बदले ताकि पकड़े न जाएं

7 जून को अशोक विहार, सुभाषनगर निवासी राधा रानी ने कोतवाली में एफआईआर दर्ज कराई थी कि उनका 22 वर्षीय भतीजा भावेश पाठक और 13 वर्षीय भीकम सिविल लाइंस से अचानक गायब हो गए थे। पुलिस को भावेश की मोबाइल लोकेशन हरिद्वार में मिली थी। उसके बाद लोकेशन कोटा राजस्थान की निकली थी। जिसके बाद पुलिस ने दोनों की बरामदगी के लिए टीम रवाना कर दी। इसी दौरान राधा रानी के मोबाइल पर भावेश के मोबाइल से ही एक मेसेज पहुंचा। जिसमें कहा गया कि वह किडनैपर है और उनके भतीजे का अपहरण कर लिया गया है। वह भावेश के अकाउंट में 25 लाख रुपए जमा करें, नहीं तो भावेश की हत्या कर दी जाएगी। पुलिस ने सर्विलांस की मदद से दोनों की लोकेशन ट्रेस कर ली। उसके बाद कारवार कर्नाटक आरपीएफ को उनके फोटो भेजकर पकड़वा लिया गया। पकड़े जाने पर दोनों ने बताया कि वह बुआ के साथ दिल्ली से आए थे। वहां से वह हरिद्वार, दिल्ली, कोटा, गोवा होते हुए कर्नाटक पहुंचे थे। पूछताछ में उन्होंने ड्रामे का खुलासा कर दिया।