Meerut: बदमाशों की गोली का शिकार वृद्ध महिला सावित्री ने चार दिन बाद बुधवार को सुबह अस्पताल में दम तोड़ दिया, जिसके चलते उसके घर में कोहराम मच गया। हत्यारोपियों को सजा दिलाने के लिए उसके बेटे मीतन ने पहले कोर्ट में भाई के हत्यारों के खिलाफ गवाही दी। इसके बाद अपनी मां को अर्थी को कंधा दिया।
यह है पूरा मामला
13 जुलाई 2016
थाना सररूपुर के गांव रजापुर में 13 जुलाई 2016 को चेतन उर्फ भूरा की गांव के संजीत ने अपने भाई सुमित जाट के साथ मिलकर हत्या कर दी गई थी। इस मामले में पचास हजारी रहे सुमित जाट सहित छह लोगों के खिलाफ मुदकमा दर्ज हुआ था। चेतन की मां सावित्री और भाई मीतन हत्या केस में गवाह थे।
25 जनवरी 2018
सुमित जाट व चेतन ने मीतन व उसकी मां सावत्री देवी को उसके खिलाफ गवाही देने पर जान से मारने की धमकी दी।
1 फरवरी 2018
सावित्री देवी व उसका बेटे मीतन ने एसएसपी से शिकायत की। एसएसपी ने उन्हें गनर उपलब्ध करवा दिया गया। एसओ सरूरपुर को जमकर हड़काया।
3 फरवरी 2018
टाटा मैजिक में सवार होकर बदमाश उसके घर पर आए। इसके बाद सावित्री व उसके बेटे मितन को ढूंढते हुए खेत में पहुंचे। सावित्री देवी पर अंधाधुंध फायरिंग करनी शुरू कर दी। जिससे आनंद नर्सिंग होम में भर्ती कराया गया।
4 फरवरी 2018
एसएसपी मंजिल सैनी ने गनर को सस्पेंड करते हुए पुलिस लाइन से चार सिपाहियों को सुरक्षा के लिए उनके घर पर भेजा।
6 फरवरी 2018
जेल से पेशी पर आए सुमित जाट ने उसके बेटे मीतन को कचहरी में जान से मारने का प्रयास किया।
7 फरवरी 2018
आनंद नर्सिग होम में भर्ती सावित्री की उपचार के दौरान मौत। मीतन ने हिम्मत दिखाते हुए हत्यारों के खिलाफ गवाही दी।
हत्यारों की गिरफ्तारी के लगातार प्रयास किए जा रहे है। दो हत्यारोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
मंजिल सैनी, एसएसपी
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