वीसी के लिए मायने नहीं रखते यूजीसी के नियम-कायदे

- 21 अगस्त से यूनिवर्सिटी-कॉलेज में प्रतिबंधित है फास्ट फूड

>BAREILLY :

यूजीसी के नियम-कायदे शायद आरयू के वाइस चांसलर प्रो। अनिल शुक्ल को शायद रास नहीं आते हैं। यही वजह है कि 21 अगस्त से प्रतिबंधित होने के बावजूद आरयू कैम्पस स्थित दोनों कैंटीन पर फास्ट फूड की खुलेआम बिक्री की जा रही है। वेडनसडे को दैनिक जागरण आईनेक्स्ट ने जब आरयू की कैंटीन की हकीकत को परखा तो कुछ ऐसा ही सच सामने आया। पढि़ए रिपोर्ट

कैंटीन नंबर 1-प्रशासनिक भवन

आरयू के प्रशासनिक भवन के पास कैंटीन नंबर एक है। प्रशासनिक भवन होने के नाते यहां वीसी से लेकर सभी प्रमुख अधिकारी भी बैठते हैं। ताज्जुब की बात है कि यहां बड़े-बड़े साइन बोर्ड पर फास्ट फूड का मेन्यू लिखा हुआ है, जो ऑन डिमांड अधिकारी से लेकर स्टूडेंट्स को सर्व किया जा रहा है। चाऊमीन, मोमो और बर्गर जैसे सामान तो यह हर वक्त तैयार रहते हैं।

कैंटीन नंबर 2-कैंपस की मेन कैंटीन

आरयू कैंपस में बीएड डिपार्टमेंट के पास स्थित मेन कैंटीन में दोपहर को दर्जनों स्टूडेंट्स बैठे थे, जिसमें कई स्टूडेंट्स खाना खा रहे थे। इनमें से अधिकांश स्टूडेंट्स की टेबल पर फास्ट फूड ही परोसा गया था। कई स्टूडेंट्स काउंटर पर फास्ट फूड के लिए लाइन में भी लगे हुए थे। बड़ी मात्रा में फास्ट फूड काउंटर में भी लगा हुआ था। इस दौरान जब कैंटीन संचालक से फास्ट फूड में क्या है तो उसने टेबल पर रखे मैन्यू कार्ड की ओर इशारा कर दिया। जिसमें फास्ट फूड की लंबी फेहरिस्त थी।

यूजीसी ने दिया है निर्देश

यूजीसी के सचिव प्रो। रजनीश जैन ने 21 अगस्त 2018 को देश की सभी यूनिवर्सिटी को एक सर्कुलर जारी करते हुए निर्देश जारी किया था, जिसमें बताया गया कि कोई भी कॉलेज अपने कैंपस में फास्ट फूड की बिक्री नहीं होने देगा। ताकि युवाओं को जंक फूड से होने वाले नुकसान से बचाया जा सके।

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मुझे इस बारे में अधिक जानकारी नहीं है लेकिन अब पता करूंगा कि क्या फास्ट फूड कैंपस कैंटीन में बेचा जा सकता है या नहीं। जानकारी कर आगे की कार्रवाई की जाएगी।

बीआर कुकरेती, चीफ प्रॉक्टर, आरयू कैंपस