एमडीए और यूपीएसआईडीसी को दिए जगह की पड़ताल के निर्देश
सीएम के आगमन से पहले शासन ने जमीन की पड़ताल का दिया टास्क
Meerut। अंतरराष्ट्रीय ख्यातिप्राप्त मेरठ की स्पोर्ट्स इंडस्ट्री के लिए एक बड़ी खुशखबरी है। मेरठ में नए स्पोर्ट्स जोन की घोषणा जल्द हो सकती है। इसके लिए जिला उद्योग केंद्र ने पैरवी शुरू कर दी है तो वहीं प्रयास है कि सीएम योगी आदित्यनाथ के 24 जनवरी को प्रस्तावित आगमन से पहले किसी न किसी स्थल का फाइनल कर लिया जाए। डीएम अनिल ढींगरा ने जिला उद्योग केंद्र, मेरठ विकास प्राधिकरण और यूपीएसआईडीसी को साइट की तलाश का जिम्मा दिया है।
जरा इस तरह समझें
उद्योग विभाग, मेरठ विकास प्राधिकरण समेत विभिन्न विभागों के चक्कर काट रहे एक स्पोर्ट्स कारोबारी की बड़ी ही वाजिब मांग है जिसका समाधान नहीं हो पा रहा है। स्पोर्ट्स कारोबारी ने फैक्ट्री स्टेब्लिश करने के लिए मवाना रोड पर 20 एकड़ जमीन ली है। कारोबारी रेवेन्यू रिकार्ड में इस जमीन को का लैंडयूज भी एग्रीकल्चर से कॉमर्शियल में चेंज कराने के लिए तैयार है। यहां कारोबारी ने जब एमडीए से कहा कि वे हमारा पास कर देंगे? तो एमडीए का सीधा जबाव था कि वे नक्शा पास नहीं करेंगे। क्योंकि उक्त जमीन प्राधिकरण में मास्टर प्लान में एग्रीकल्चर लैंड में दर्ज है और रेवेन्यू रिकार्ड में चेंजेस के बाद भी प्राधिकरण ले आउट को पास नहीं करेगा।
बिखरी ही स्पोटर््स इंडस्ट्री
विश्व में मेरठ की पहचान बनी स्पोटर््स इंडस्ट्री का डंका बेशक खेलप्रेमी देशों में हो किंतु यह उद्योग अपने शहर में पहचान के लिए तरस रहा है। आलम यह है कि मेरठ में स्पोर्ट्स इंडस्ट्री तितर-बितर है। सूरजकुंड में स्पोर्ट्स गुड्स की ट्रेडिंग है तो वहीं दिल्ली रोड स्थित स्पोर्ट्स कांप्लेक्स, मोहकमपुर, सरस्वती इंडस्ट्रियल एरिया, परतापुर, मेजर ध्यानचंद्र नगर में स्पोर्ट्स इंडस्ट्री हैं। मवाना रोड और सरधना रोड पर भी कई एक्सपोर्ट्स ने फैक्ट्री सेट की है किंतु यहां संसाधनों का अभाव आड़े आ रहा है। कहीं सड़कें टूटी हैं तो कहीं सुरक्षा नहीं है।
जगह की तलाश तेज
उपायुक्त उद्योग वीके कौशल ने बताया कि स्पोर्ट्स कारोबारियों की मांग पर स्पोर्ट्स जोन के लिए जमीन की तलाश तेज कर दी गई है। कताई मिल के 100 एकड़ एरिया में से 90 एकड़ में स्पोर्ट्स जोन की कारोबारियों की मांग पर भी शासन विचार कर रहा है।
मेरठ में स्पोर्ट्स कारोबारियों को टेक्निकल सपोर्ट नहीं है। मशीनरी सपोर्ट है, रिसर्च एंड डेवलेपमेंट सेंटर नहीं है। स्पोर्ट्स इंडस्ट्री के लिए क्लस्टर की आवश्यकता है। सरकार को चाहिए कि स्पोर्ट्स कारोबारियों के साथ बैठकर समस्या का समाधान खोजें।
वरुण मक्कड़, एचआरएस स्पोर्ट्स
कताई मिल में स्पोर्ट्स जोन को खोलकर सरकार स्पोर्ट्स कारोबार को संजीवनी दे सकती है। अब स्पोटर््स के साथ फिटनेस इक्यूपमेंट्स और स्पोर्ट्स क्लाथ की मैन्यूफैक्चरिंग भी मेरठ में हो रही है।
अंबर आनंद, नेलको स्पोर्ट्स
मेरठ में स्पोर्ट्स जोन के लिए शासन के स्तर पर कवायद की जा रही है। कताई के मिल के अलावा दिल्ली रोड पर भी जोन के लिए जमीन की तलाश की जा रही है। जल्द ही इस पर निर्णय होगा।
वीके कौशल, उपायुक्त, उद्योग