- बहेड़ी में बुखार के मिले 111 मरीज

- स्वास्थ्य विभाग की ओर से लगाए गए शिविर

BAREILLY:

जिला अस्पताल में बुखार से हुई मौत के बाद स्वास्थ्य विभाग एक बार फिर से जागा तो है, लेकिन अभी भी हालात काबू में नही आ रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग की ओर से टीमें बनाकर लगातार प्रभावित गांवों में कैप लगाए जा रहे हैं। फिर भी बुखार पीडि़तों की संख्या में कमी नहीं आ रही है। सैटरडे को मीरगंज में एक बच्चे की बुखार से मौत हो गई। सैटरडे को स्वास्थ्य विभाग की ओर से गांवों में कई चिकित्सा शिविर लगाए गए और दवाएं भी बांटी गई। टीमों ने बीमार लोगों को साथ ही अन्य लोगों की भी जांच की। वहीं दूसरी ओर जिला अस्पताल में निरीक्षण के लिए नगर विधायक डॉ। अरुण कुमार भी पहुंचे। उन्होंने भर्ती मरीजों का हाल जाना और सीएमएस को उनके बेहतर इलाज के ि1नर्देश दिए।

बुखार से इकलौते बेटे की मौत

मीरगंज क्षेत्र के गांव गहबरा में पुरुषोत्तम गंगवार के 12 वर्षीय पुत्र हिमांशु की बुखार के चपेट में आने से मौत हो गई। हिमांशु अपने पिता का इकलौता बेटा था। वह दो बहनों से छोटा था। गांव वालों की माने तो गरीबी के चलते हिमांशु का उचित इलाज नहीं हो सका। उसका एक डॉक्टर से इलाज चल रहा था, लेकिन कोई राहत नहीं मिली।

नहीं थम रहा बुखार का प्रकोप

बहेड़ी में बुखार का प्रकोप लगातार बढ़ता ही जा रहा है। सीएचसी में 111 और मरीजों में बुखार की पुष्टि होने से लोगो में दहशत है। सैटरडे को सीएचसी में आए कुल 1050 मरीजों में से 111 में बुखार के लक्षण पाए गए। हालांकि उन सभी मरीजों को डाक्टर्स द्वारा दवाईयां दी गई। इससे पहले एसडीएम ममता मालवीय के आदेश पर गांव बुझिया तथा गांव बिजौरिया में कैम्प लगाकर स्वास्थ्य विभाग की टीम ने ग्रामीणों का परीक्षण कर दवाएं बांटीं।

5826 मिले रोगी

स्वास्थ्य विभाग की ओर से गांवों में निरीक्षण के लिए सैटरडे को 17 टीमों को लगाया गया है। जिसने शिविर लगाकर गांवों के लोगों का परीक्षण किया और 422 स्लाइड बनाई। इस दौरान 5826 रोगी मिले। जिसमें से 1051 लोग बुखार से पीडि़त थे। टीम ने सभी रोगियों की जांच कर उन्हें दवा दें। इस दौरान मरीजों को टीमों ने 1103 क्लोरीन टेबलेट और 976 ओआरएस के पैकेट भी बांटे।

आंवला में अब तक 71 मौतें

आंवला तहसील क्षेत्र में पिछले एक पखवाड़ा में बुखार से अब तक कुल 71 लोगों की मौत होने की बात कही जा रही है। हालांकि स्वास्थ्य विभाग अब तक 19 लोगों की मौत बुखार से होने की बात कह रहा है। सीएमओ डॉ। विनीत शुक्ला ने बताया कि पिछले एक पखवाड़े में 36 मरीजों की मौत हुई, जिनमें 19 मरीजों की मौत बुखार के कारण हुई जबकि बाकी मरीजों की मौत अन्य कारणों से हुई।

रामगंगा खादर में बुखार का कहर

आंवला क्षेत्र के ज्यादातर ऐसे गांव प्रभावित हुए हैं जो रामगंगा खादर के आसपास स्थित हैं। गांव में स्वास्थ्य सेवाओं की समुचित व्यवस्था न होने के कारण भी स्थिति भयावह बनी हुई है। आंवला स्थित सीएचसी आंवला, भमोरा, मझगवां व रामनगर में हर दिन 700 से 800 मरीज पहुंच रहे हैं, जिसमें 80 प्रतिशत मरीज बुखार के होते हैं। स्वास्थ्य विभाग द्वारा कुछ स्थानों पर कैम्प भी लगाए गए हैं लेकिन स्थिति अभी भी काबू में नहीं है।

सफाई व्यावस्था ठीक नहीं होने से स्िथति खराब

गांवों में सफाई व्यवस्था ठीक न होने के कारण भी स्थिति खराब बनी हुई है। गांव वाले अभी भी गलियों, नालियों की सफाई के लिए सफाईकर्मी का इंतजार करते है। जबकि अधिकतर सफाईकर्मी बरेली में साहबों के बंगलो की व्यवस्था में लगे हुए है। गांव बेहटा बुजुर्ग, खैलम, मण्डोरा, अलीगंज, महोलिया, विशारतगंज, आदि ज्यादा प्रभावित हैं।

आज भी खुलेगा अस्पताल

सीएसएस डॉ। केएस गुप्ता ने बताया कि मरीजों को किसी तरह की कोई समस्या ना हो और बुखार को जल्द से जल्द से कंट्रोल किया जा सके इन सब बातों को देखते हुए अस्पताल को संडे को भी खोला जाएगा और सभी मरीजों का इलाज भी होगा।