- सवाल का सही जवाब मालूम होते हुए भी छात्र नहीं दे सके आंसर

BAREILLY:

प्राइमरी और उच्च प्राइमरी की 16 मार्च से चल रहीं वार्षिक परीक्षाएं सवालों के कटघरे में घिर गई हैं। परीक्षा में सावल हीं गलत पूछे जा रहे हैं, जिससे स्टूडेंट्स के सामने सही उत्तर देना एक चुनौती बन गई है। मंडे को 5वीं क्लास के हिन्दी पेपर में एक ऐसा सवाल पूछ लिया गया, जिसका उत्तर ऑप्शन में था ही नहीं। जिसकी वजह से आन्सर पता होने के बाद भी परीक्षार्थी सही ऑप्शन नहीं लिख सके।

सभी ऑप्शन दिए थे गलत

50 नम्बर के हिन्दी पेपर में वस्तुनिष्ठ प्रश्न में स्टूडेंट्स से एक सवाल पूछा गया था कि तमसा नदी के तट पर महर्षि का दिव्य आश्रम था। स्टूडेंट्स को रिक्त स्थान भरने के लिए विश्वामित्र, परशुराम और वशिष्ठ तीन ऑप्शन में से कोई एक ऑप्शन भरने के लिए दिए गए थे। जबकि, तीनों ही ऑप्शन गलत हैं। जबकि, सही उत्तर है वाल्मीकि।

21 को होगी 22 की परीक्षा

क्लास 1 से 8 तक की चल रही परीक्षा कार्यक्रम में मंडे को संशोधन किया गया। 22 मार्च होने वाली परीक्षाएं अब 21 मार्च को होगी। शासन ने मोहम्मद हजरत अली का जन्म दिवस का अवकाश 21 मार्च के स्थान पर 31 मार्च घोषित कर दिया है। जिसकी वजह से परीक्षा कार्यक्रम में बदलाव किया गया है।

28 को रिजल्ट होंगे घोषित

उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन कार्य 22 से 24 मार्च तक किया जाएगा। मूल्यांकन का कार्य पूरा करने के बाद रिजल्ट 27 मार्च तक हर हाल में तैयार हो जाएगा। जिसके अगले दिन 28 मार्च को रिजल्ट घोषित किए जाएंगे। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी चन्दना राम इकबाल यादव ने इस संबंध में सभी स्कूलों को दिशा-निर्देश मंडे को जारी कर दिया।

एक नजर

- 3 हजार स्कूलों की संख्या।

- 3,14,000 स्टूडेंट हैं रजिस्टर्ड।

- 60,000 स्टूडेंट्स नहीं दे रहे परीक्षा।

- 5600 सरकरी टीचर और शिक्षा मित्र।