पेंशनर्स के पुत्र ने एंटी करप्शन में शिकायत कर पकड़वा दिए घूसखोर

कोषागार का अकाउंटेंट और महिला कम्प्यूटर ऑपरेटर को रंगे हाथों दबोचा

अब घूसखोरों से डरे नहीं, बल्कि उन्हें सबक सिखाने के लिए उठाएं कदम

Meerut. अब आपको रिश्वतखोरों से परेशान होने की जरूरत नहीं है. बस जरूरत है तो सिर्फ इच्छाशक्ति की और घूसखोरों को सबक सिखाने की. अगर आप से कोई सरकारी कार्यालय में अधिकारी या कर्मचारी किसी काम कराने की एवज में रिश्वत की डिमांड करता है तो आप एंटी करप्शन या विजिलेंस ऑफिस में जाकर लिखित शिकायत कर सकते हैं और आपकी इसी शिकायत के आधार पर रिश्वतखोर को दबोचा जाएगा.

कुछ ही घंटों में सुनवाई

एक दौर था जब एंटी करप्शन व विजिलेंस विभाग में घूसखोरों की शिकायत करने के बाद भी कार्रवाई नहीं होती थी. कई महीनों तक आवेदन पेडिंग रहते थे, लेकिन अब घूसखोरों के खिलाफ एंटी करप्शन टीम ने अभियान तेज कर दिया है. हालत यह है कि शिकायत मिलने के बाद ही एंटी करप्शन व विजिलेंस विभाग दिनों में नहीं बल्कि कुछ घंटों में ही कार्रवाई शुरू कर देता है. वहीं, शिकायत के आधार पर ही आरोपी को दबोचा भीाता है.

रिश्वतखोरी की शिकायत की

गौरतलब है कि सोमवार को एक युवक ने एंटी करप्शन विभाग में ट्रेजरी ऑफिस के अकाउंटेंट व एक महिला के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी. मंगलवार को एंटी करप्शन टीम ने अकाउंटेट व महिला को 6 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार कर लिया.

पेंशन ट्रांसफर करना चाहते थे

ईशा पुरम निवासी नवीन कुमार के पिता सुखवीर सिंह कचहरी में चपरासी थे. वह सन् 2000 में रिटायर हुए थे. पिछले 26 जनवरी 2019 को उनकी मृत्यु हो गई. वह अपने पिता की पेंशन अपनी मां रामवती के नाम ट्रांसफर कराने के लिए शनिवार को कलेक्ट्रेट स्थित कोषागार ऑफिस में गए थे.

9 हजार रुपये की डिमांड

पीडि़त का आरोप है कि वहां पर तैनात अकाउंटेंट संदीप कैन ने उनकी पेंशन ट्रांसफर कराने के नाम पर 9 हजार रुपये रिश्वत की मांग की. इसके बाद 6 हजार रुपये में सौदा तय हो गया. मंगलवार को रिश्वत देने का वादा किया गया.

पीडि़त ने की शिकायत

इसी बीच सोमवार को पीडि़त नवीन ने एंटी करप्शन ऑफिस मेरठ में लिखित में अकाउंटेंट संदीप कैन के खिलाफ रिश्वतखोरी की शिकायत की. टीम ने अगले दिन मंगलवार को कलक्ट्रेट में जाल बिछाया. जैसे ही नवीन ने छह हजार रुपये रिश्वत के संदीप कैन को दिए. उसमें से संदीप कैन ने पांच हजार रुपये अपने पास रखते हुए एक हजार रुपये उनके आफिस में तैनात संविदा महिला कर्मचारी नीलम को दे दिए. इसी बीच एंटी करप्शन टीम ने दोनों को रंगे हाथों दबोच लिया. उन्हें हिरासत में लेकर सिविल लाइन थाने लाई. उनके खिलाफ घूस मांगने का मुकदमा दर्ज ि1कया गया.

परिसर में अफरा-तफरी

जैसे ही एंटी करप्शन की टीम ने ट्रेजरी कार्यालय में पहुंचकर आरोपी कर्मचारी को छापामार कर पकड़ा, परिसर में खलबली मच गई. मुख्य कोषाधिकारी मनोज कुमार उस समय अपने कार्यालय में चुनाव संबंधी तैयारियों को पूरा कर रहे थे. एकाएक मची अफरा-तफरी के बाद उन्होंने स्थिति की जानकारी हासिल की और पत्रावली को तलब किया. पड़ताल में निकलकर आया कि पीडि़त ने 8 मार्च को पेंशन के ट्रांसफर के लिए ट्रेजरी में आवेदन िकया था.

रिश्वतखोरी की करें जरूर शिकायत

एंटी करप्शन टीम के इंस्पेक्टर राजवीर सिंह ने बताया कि कोई भी व्यक्ति रिश्वत मांगने की शिकायत दर्ज करा सकता है. उत्तर प्रदेश राज्य के अन्तर्गत किसी भी विभाग में यदि कोई सरकारी अधिकारी/कर्मचारी रिश्वत मांगे तो वीडियो रिकार्डिग या अन्य कोई सबूत के आधार पर शिकायत दर्ज कराएं.

यहां करें शिकायत

राजीव मल्होत्रा

एसपी एंटी करप्शन लखनऊ

मो. 9454400315

फोन - 0522 2287252

अशोक कुमार तिवारी

एसपी एंटी करप्शन लखनऊ

मोबाइल 9454400431

फोन 0522 2287238

सुशील कुमार शुक्ला

एएसपी एंटी करप्शन लखनऊ

मो. 9454409095

दिनेश कुमार त्रिवेदी

एएसपी एंटी करप्शन लखनऊ

मो.9454401130

अरविंद कुमार

कार्यवाहक डीएसपी

एंटी करप्शन मेरठ

मो. 9454401899

राजवीर सिंह

इंस्पेक्टर एंटी करप्शन मेरठ

मो. 9456261748

एंटी करप्शन ऑफिस

पुरानी मोहनपुरी वाल्मीकि बस्ती

मेरठ

भारती सिंह

एसपी विजिलेंस मेरठ

मो. 9454400352

श्रीराम अभिलाष त्रिपाठी

एएसपी विजिलेंस मेरठ

9454404858

विजिलेंस आफिस

साकेत

फोन न. 0121 2640277

यूपी विजिलेस इस्टेबिलिशमेंट

टीसीवी .44 विभूति खंड

गोमती नगर लखनऊ

फैक्स न. 0522 2304937

वेब - एचटीटीपी विजिलेंस.यूपी.एनआईसी.इन

लखनऊ कंट्रोल रूम 0522 2304937